छत्तीसगढ़: माओवादियों की पिटाई से परेशान ग्रामीणों ने पहली बार दर्ज करवाई FIR, ये है मामला

Chhattisgarh: पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने ग्रामीणों के जननांगों पर हमला किया था, जिसके बाद से पीड़ितों को चलने-फिरने में परेशानी हो रही है।

Chhattisgarh Naxals

सांकेतिक तस्वीर।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। अब यहां के ग्रामीण भी नक्सल विरोधी अभियान में हिस्सा ले रहे हैं और नक्सलियों के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं।

ताजा मामला ये है कि ग्रामीणों ने माओवादियों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। दंतेवाड़ा (Dantewada) पुलिस ने बताया था कि बीते महीने इन लोगों ने ग्रामीणों को सामूहिक रूप से मारा-पीटा था।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने ग्रामीणों के जननांगों पर हमला किया था, जिसके बाद से पीड़ितों को चलने-फिरने में परेशानी हो रही है। पुलिस ने ही पीड़ितों को हॉस्पिटल पहुंचाया था।

बता दें कि माओवादियों ने 19 अगस्त को रात में चिपकल के करीब 20 से 25 ग्रामीणों की बेरहमी से पिटाई की थी। जिनमें 10 की हालत गंभीर है। इसमें एक 25 साल की लड़की के साथ भी बेरहमी से मारपीट की गई थी, जिसके बदले में उसके पिता ने FIR करवाई।

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हालांकि अब FIR दर्ज करवाने वाले पिता की जान को खतरा हो गया है और उनके 30 साल के बेटे को गांव छोड़कर भागना पड़ा है।

बेटे बावन का कहना है कि मैं जंगल के रास्ते भागकर 19 अगस्त को कटेकल्याण आ गया था। मेरे पूरे परिवार को जान का खतरा है। मेरे मां-बाप का कहना है कि माओवादी भले ही उन्हें मार दें लेकिन मैं घर ना आऊं।

बता दें कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का ये इलाका नक्सलियों का गढ़ है। ये ग्रामीण 15 अगस्त को झंडा फहराने के लिए आगे आए थे। जिसके वाद माओवादियों ने उन पर हमला कर दिया।

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