
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में ताड़मेटला कांड में शामिल डीवीसी मेम्बर बोड्डू वेंकटेश पर पुलिस ने 8 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। नक्सलियों द्वारा दी जा रही प्रताड़ना से तंग आकर बोड्डू वेंकटेश ने अपने चार अन्य साथियों के साथ सीआरपीएफ डीआईजी और सुकमा एसपी शलभ सिन्हा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
सुकमा: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबल बड़ा अभियान चला रहे हैं। इस अभियान के तहत एक महिला समेत 5 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है, जिसमें एक 8 लाख का इनामी भी शामिल है।
जिले के ताड़मेटला में बीते वर्ष 2010 में नक्सलियों (Naxalites) ने सीआरपीएफ के जवानों पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया था। इस घटना में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए थे।
इसी हमले में शामिल एक नक्सली (Naxalite) ने अपने चार अन्य साथियों के साथ शनिवार को सीआरपीएफ डीआईजी और सुकमा एसपी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वालों में एक महिला नक्सली भी शामिल है।
मिली जानकारी के अनुसार ताड़मेटला कांड में शामिल डीवीसी मेम्बर बोड्डू वेंकटेश पर पुलिस ने 8 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। नक्सलियों द्वारा दी जा रही प्रताड़ना से तंग आकर बोड्डू वेंकटेश ने अपने चार अन्य साथियों के साथ सीआरपीएफ डीआईजी और सुकमा एसपी शलभ सिन्हा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
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घटना 6 अप्रैल 2010 की है। सुकमा जिले के ताड़मेटला में एरिया डोमिनेशन के लिए निकली सीआरपीएफ की 111 वीं बटालियन की टुकड़ी को माओवादियों ने घेरकर हत्या कर दी थी, जिसमें 75 जवान शहीद हो गए थे। वहीं उनकी मदद के लिए आ रही बख्तरबंद गाड़ी को भी नक्सलियों ने विस्फोट कर उड़ा दिया था।
इस घटना में जिला पुलिस बल का 1 जवान शहीद हो गया था। इस मामले में पुलिस ने 92 लोगों को आरोपी बनाया था। जिसमें 10 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन न्यायालय में आरोप साबित नहीं होने की वजह से सभी के सभी आरोपी बरी हो गए थे।
वहीं 82 फरार माओवादियों की तलाश पुलिस को थी। जिसमें यह इनामी नक्सली भी शामिल था।
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