Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिसका असर ये हुआ है कि कई नक्सली मारे गए हैं और कई ने सरेंडर किया है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। अब तक कई नक्सली मारे जा चुके हैं और कई ने सरेंडर किया है।

दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में 9 अगस्त को एक दर्दनाक घटना हुई। एक एक्सीडेंट (Accident) में लोगों को रेस्क्यू करने वाली DRG की टीम के एक जवान के हाथ उसी की मां का शव आ गया।

नक्सलियों (Naxalites) ने बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले में सरेंडर किया है। बीजापुर में 8-8 लाख के इनामी नक्सली और पति-पत्नी राजू कारम और सुनीता ने सरेंडर किया।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कुछ जगहों पर फिर से नक्सली गतिविधियां (Naxal Activities) बढ़ने लगी हैं। इस बीच गरियाबंद में भी नक्सलियों (Naxalites) ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित (Naxal Area) बीजापुर के गोरना में करीब डेढ़ दशक बाद यहां के बच्चों ने प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई शुरू की है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इस बीच खबर मिली है कि दंतेवाड़ा में एक लाख के इनामी नक्सली को गिरफ्तार किया गया है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। ऐसे में ऑपरेशन मानसून को इस साल भारी सफलता मिली है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में पुलिस नक्सलियों (Naxalites) द्वारा उपयोग किए जा रहे ड्रोन (Drone) के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम (Anti Drone System) की तलाश कर रही है।

इस ऑपरेशन (Operation Monsoon) को शुरू हुए 65 दिन हो चुके हैं और अलग-अलग जिलों में पुलिस की कार्रवाई में 25 लाख रुपए से ज्यादा के 11 इनामी नक्सली मारे गए हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित बस्तर (Bastar) में जिला प्रशासन की पहल पर जल्द ही युवाओं को सेना (Army) में भर्ती होने का मौका मिलेगा।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जो नक्सली अभी तक इंटरनेट की बेसिक समझ भी नहीं रखते थे।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है, फिर भी नक्सली अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।

नक्सली (Naxalites) अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते। वे अब कोरोना काल में स्कूलों के बंद होने का फायदा उठा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में कई नक्सली मारे जा चुके हैं और कई ने सरेंडर किया है।

दंतेवाड़ा जिले में पुलिस (Dantewada Police) ने वहां के गांवों में नक्सलियों (Naxalites) की उपस्थिति की प्रकृति और स्तर का पता लगाने के लिए एक सर्वे शुरू किया है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।

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