Bastar: एक दशक बाद बस्तर के युवा ले सकेंगे सेना भर्ती रैली में हिस्सा, जिला प्रशासन ने की ये नेक पहल

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित बस्तर (Bastar) में जिला प्रशासन की पहल पर जल्द ही युवाओं को सेना (Army) में भर्ती होने का मौका मिलेगा।

Bastar

एक दशक के बाद ऐसा हो रहा है जब बस्तर (Bastar) के युवाओं को सेना में भर्ती होने का अवसर मिल रहा है। यहां नवबंर में सेना भर्ती रैली का आयोजन किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित बस्तर (Bastar) में जिला प्रशासन की पहल पर जल्द ही युवाओं को सेना (Army) में भर्ती होने का मौका मिलेगा। एक दशक के बाद ऐसा हो रहा है जब बस्तर के युवाओं को सेना में भर्ती होने का अवसर मिल रहा है। यहां नवबंर में सेना भर्ती रैली (Army Bharti Rally) का आयोजन किया जाएगा।

इसके लिए बस्तर के युवाओं को जिले के सभी ब्लॉकों में शारीरिक और लिखित परीक्षा के लिए नि:शुल्क पूर्व प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हर विकासखंड में चार-चार पीटीआई इन युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं।

अफगान सेना ने मार गिराए 300 से ज्यादा तालिबानी, रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर दी जानकारी

बता दें कि कि सेना की भर्ती प्रक्रिया की बारीकियों की जानकारी न होने की वजह से बस्तर के दूरस्थ इलाकों के युवा सेना में भर्ती होने से वंचित हो रहे थे। बस्तर के कलेक्टर रजत बसंल द्वारा बस्तर (Bastar) में सेना भर्ती रैली आयोजित करने पहल की गई है। आगामी नवबंर महीने में इसका आयोजन किया जाएगा।

भर्ती रैली की तैयारी के लिए इच्छुक प्रतिभागियों से जिला प्रशासन द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत के कार्यालय में आवेदन मंगाए गए हैं। स्थानीय आदिवासी और अन्य युवाओं को इसका लाभ दिलाने को लिए जिला प्रशासन की ओर से शिक्षा विभाग के 28 पीटीआई समेत जीव विज्ञान, रसायन आदि विषय को विशेषज्ञों को अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए बहाल किया गया है।

छत्‍तीसगढ़: लाल आतंक फैलाने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे नक्सली, पुलिस हुई अलर्ट

जगदलपुर समेत बस्तर, बकावंड, बास्तनार, तोकापाल, दरभा सभी सात ब्लॉकों में युवाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर की व्यवस्था भी की गई है। प्रशिक्षकों द्वारा युवाओं को दौड़, उंची कूद, लंबी कूद आदि शारीरिक परीक्षण की जानकारी दी जा रही है। साथ में लिखित परीक्षा की तैयारी भी करवाई जा रही है।

जिले में करीब ढाई हजार युवाओं ने इसके लिए आवेदन दिए हैं। शिविर की निगरानी के लिए सभी बीईओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसकी मॉनीटरिंग डीईओ द्वारा की जा रही है। 3 अगस्त को जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने इस शिविर का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षु युवाओं को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

इस दौरान उन्होंने प्रतिभागियों को आंध्रप्रदेश के एक गांव का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां एक ऐसा गांव है जहां के 80 प्रतिशत युवा फौज में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं। उस गांव को लोग आर्मी विलेज के नाम से जानते हैं। बस्तर (Bastar) भी इसी तरह मिसाल बने।

ये भी देखें-

बस्तर के कलेक्टर रजत बसंल के अनुसार, “सेना भर्ती रैली में शामिल होने के पूर्व आवश्यक तकनीकी जानकारी न होने से स्थानीय युवा चयनित होने से वंचित हो जाते हैं। इसलिए उन्हें लिखित व शारीरिक परीक्षा हेतु निशुल्क प्रशिक्षण की व्यवस्था करवाई गई है।”

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें