Dantewada: पुलिस ने शुरू किया नक्सल प्रभावित इलाकों का सर्वे, पूछा जा रहा ये सवाल

दंतेवाड़ा जिले में पुलिस (Dantewada Police) ने वहां के गांवों में नक्सलियों (Naxalites) की उपस्थिति की प्रकृति और स्तर का पता लगाने के लिए एक सर्वे शुरू किया है।

Dantewada Police

File Photo

दंतेवाड़ा पुलिस (Dantewada Police) की योजना है कि जिले की सभी 149 ग्राम पंचायतों को हर साल दो बार होने वाले इस सर्वे में शामिल किया जाए।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस (Dantewada Police) ने वहां के गांवों में नक्सलियों (Naxalites) की उपस्थिति की प्रकृति और स्तर का पता लगाने के लिए एक सर्वे शुरू किया है। बता दें कि पहला ‘पंचायतवार नक्सल संवेदनशील सर्वे’ इस साल जनवरी में शुरू किया गया था और अब इसे दोबारा जुलाई से शुरू किया गया है।

इसके तहत दंतेवाड़ा पुलिस (Dantewada Police) की योजना है कि जिले की सभी 149 ग्राम पंचायतों को हर साल दो बार होने वाले इस सर्वे में शामिल किया जाए। इसके तहत इकट्ठा किए गए आंकड़ों के आधार पर ग्राम पंचायतों को ग्रीन, रेड और येलो जोन में बांटा जाएगा। इसके बाद गांवों में घर-घर सर्वे करवाकर नक्सल गतिविधियों का आंकलन किया जाएगा।

भारत और रूस की सेनाएं ले रहीं संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘INDRA-2021’ में हिस्सा, देखें PHOTOS

इसमें ग्रीन जोन का मतलब नक्सल मुक्त क्षेत्र होगा, येलो जोन का मतलब संवेदनशील क्षेत्र जबकि रेड जोन का मतलब अतिसंवेदनशील क्षेत्र से होगा। यह सर्वे दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव की पहल पर हो रहा है। इसके तहत हर गांव वाले से एक फॉर्म भरवाया जा रहा है। इसमें पुलिस द्वारा तैयार 10 सवालों के जवाब पूछे गए हैं।

इसमें पूछा गया है कि बीते एक साल के दौरान गांव में कोई नक्सल घटना हुई है क्या? गांव में कोई नक्सली संगठन सक्रिय है क्या? कोई नक्सली मीटिंग होती है क्या? गांव मे बिना सुरक्षा के निर्माण कार्य होते हैं क्या? इस सर्वे में ग्रामीणों के अलावा गांवों के सरपंच, शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और अन्य सरकारी अधिकारियों को ‘हां’ या ‘नहीं’ में जवाब देना होगा।

छत्तीसगढ़: सरेंडर कर चुके 58 नक्सलियों का आयुष्मान कार्ड बना, नहीं होगी इलाज की परेशानी

दंतेवाड़ा पुलिस (Dantewada Police) के मुताबिक, जनवरी में हुए सर्वे के बाद से ही स्थिति सुधरी है। पुलिस ने उस समय 33 गांवों को रेड, 42 को येलो और 74 गांवों को ग्रीन जोन के तौर पर चिह्नित किया गया था। जुलाई तक यह संख्या बदल गई और 26 गांव रेड, 34 गांव येलो और 89 गांव ग्रीन के तौर पर चिह्नित हुए हैं।

ये भी देखें-

इसमें 15 नए हरे गांव गामावाड़ा और आठ अन्य गांव दंतेवाड़ा ब्लॉक के हैं। गीदम ब्लॉक के दो गांव और जिले के कुआकोंडा ब्लॉक का एक गांव शामिल है। जो गांव ग्रीन जोन के तौर पर चिह्नित हो रहे हैं, उनके लिए 100 सवालों से युक्त अधिक व्यापक सर्वे भी तैयार किया जा रहा है, ताकि इससे अतिरिक्त फीडबैक लिया जा सके।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें