छत्तीसगढ़: सरेंडर कर चुके 58 नक्सलियों का आयुष्मान कार्ड बना, नहीं होगी इलाज की परेशानी

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।

Naxalites

नक्सल (Naxalites) प्रभावित दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के तहत बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किए हैं। स्थानीय प्रशासन भी नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है।

रायपुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। यही वजह है कि नक्सली भारी संख्या में सरेंडर कर रहे हैं और मुख्यधारा से जुड़कर इन योजनाओं का फायदा उठा रहे हैं।

नक्सल (Naxalites) प्रभावित दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के तहत बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किए हैं। स्थानीय प्रशासन भी नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है। खबर मिली है कि दंतेवाड़ा में सरेंडर करने वाले 58 नक्सलियों का अब तक आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है और 56 नक्सलियों का आयुष्मान कार्ड बनाये जाने की प्रक्रिया जारी है।

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जिन नक्सलियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं, वह कुआकोंडा क्षेत्र के हैं। आयुष्मान कार्ड बनने से सरेंडर कर चुके नक्सलियों को किसी बीमारी के इलाज से संबंधित परेशानी नहीं होगी।

इसमें डॉ खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता येाजना के माध्यम से उपचार के लिए 5 लाख तक की राशि और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से बड़ी बीमारियों के लिए 20 लाख तक की राशि उपलब्ध होगी।

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