छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में हुई दर्दनाक घटना, एक्सीडेंट में लोगों को बचा रहे DRG जवान के हाथ आया अपनी ही मां का शव

दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में 9 अगस्त को एक दर्दनाक घटना हुई। एक एक्सीडेंट (Accident) में लोगों को रेस्क्यू करने वाली DRG की टीम के एक जवान के हाथ उसी की मां का शव आ गया।

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दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में एक दर्दनाक घटना हुई है। एक एक्सीडेंट (Accident) में लोगों को रेस्क्यू करने वाली DRG की टीम के एक जवान के हाथ उसी की मां का शव आ गया।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में 9 अगस्त को एक दर्दनाक घटना हुई। एक एक्सीडेंट (Accident) में लोगों को रेस्क्यू करने वाली DRG की टीम के एक जवान के हाथ उसी की मां का शव आ गया। दरअसल, 9 अगस्त को एक ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में पलटने से 4 लोगों की मौत हो गई।

इस एक्सीडेंट के बाद DRG की टीम रेस्क्यू कर रही था। इसी दौरान एक जवान के हाथों में उसकी मां का ही शव आ गया। जानकारी के अनुसार, हादसे के समय DRG के जवान तेलम-टेटम इलाके में सर्चिंग पर निकले थे। तभी उन्हें लोगों की चीख सुनाई दी। जवान मौके पर पहुंचे तो वहां ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में डूबी हुई दिखाई दी।

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जवान लोगों को बचाने के लिए तुरंत पानी में कूद गए। इनमें डीआरजी जवान वसू कवासी भी शामिल थे। जवानों ने एक-एक कर लोगों को बाहर निकाला और उनकी जान बचाई। इस दौरान वसू के हाथ में एक महिला का शव आया। वह उसे बाहर लेकर आए। पर जैसे ही उनकी नजर शव के चेहरे पर पड़ी, उनके होश उड़ गए। यह शव उनकी मां फूके कवासी का था। वसू वहीं फूट-फूटकर रोने लगे।

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साथी जवानों ने उन्हें किसी तरह ढाढ़स बंधाया। बताया जा रहा है कि फूके कवासी कटेकल्याण ब्लॉक के टेटम की रहने वाली थीं। वह इस गांव के 25-30 लोगों के साथ आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम में भाग लेने हीरानार जा रही थीं। हादसे में फूके कवासी के अलावा, दिनेश मरकाम, दसई कवासी और कोसा माड़वी की मौत हो गई। इस हादसे में 19 लोग घायल हैं। इनमें से 5 की हालत गंभीर है।

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