Army

1971 के भारत-पाकिस्तान जंग में सैम मानेकशॉ की मुख्य भूमिका रही और पाक के खिलाफ जीत हासिल की गई थी। वह युद्ध में पूरी तैयारी के साथ उतरे थे।

ये घटना बुधवार रात करीब सवा एक बजे की है। हमला चंदेल में हुआ है, जिसे उग्रवादियों ने अंजाम दिया।

सेना के कई जवानों ने अकल्पनीय साहस का परिचय दिया था जिसकी मिसाल आज भी पेश की जाती है। कुछ जवान ऐसे थे जिनके प्रदर्शन से सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।

हैरानी की बात ये है कि नक्सली जिनकी मदद से यह काम करते हैं, उन्हें भी मौत के घाट उतारने से नहीं कतराते हैं।

एनसीसीस को 1942 में ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय अधिकारी प्रशिक्षण कोर के उत्तराधिकारी के रूप में माना जा सकता है।

एनसीसी का लक्ष्य छात्रों को समाज के अच्छे नागरिक बनाने और उन्हें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र मे योग्य और अग्रणी बनाना है। आजादी के बाद 15 जुलाई, 1948 को देश की तीनों सेना को मजबूती प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय कैडेट कोर की स्थापना की गई थी।

चीन ने एलएसी के पार अपने सैनिकों की तैनाती में जबरदस्त बढ़ोत्तरी की है। चीन की शुरू से यह नीति रही है कि वह भारतीय सीमा में घुसकर थोड़ा पीछे होता है और बाकी की जमीन पर कब्जा कर लेता है।

कुलगाम के पुलिस अधीक्षक गुरिंदरपाल सिंह ने कहा कि कुलगाम पुलिस स्टेशन के क्षेत्राधिकार के तहत कुलगाम के आरा गांव में तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया गया है।

पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में 17 जून की देर रात आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ (Encounter) शुरू हो गई। आतंकियों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) और सेना (Army) ने मोर्चा संभाल लिया। इस मुठभेड़ में एक आतंकी (Terrorist) मारा गया है।

सेना (Army) के करीब चार लाख जवानों की सेवानिवृत्ति की उम्र 58 साल की जाएगी। यह तकनीकि पदों और गैर युद्धक भूमिकाओं में लगे जवानों के लिए होगा। वायुसेना और नौसेना के भी हजारों जवानों को इसका फायदा होगा।

अगले तीन साल में भारत सैन्य इतिहास में सबसे बड़े पुनर्गठन में थलसेना (Army), वायुसेना (Air Force) और नौसेना (Navy) के संचालन को एकीकृत करने वाले सैन्य कमानों (Military commands) का संचालन शुरू कर देगा।

नए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने (General Manoj Mukund Naravane) ने 3 दिसंबर को कहा कि लगभग 250 पाकिस्तानी आतंकवादी नियंत्रण रेखा (LoC) के पार तैनात हैं और हर दिन भारतीय सीमा में घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर के बड़गाम में 29 मार्च को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में दो आतंकियों ने मार गिराया है। यह मुठभेड़ बड़गाम के सुथुकला के छत्तरगाम में हुई। मारे गए आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के बताए जा रहा हैं। इलाके में अब भी कुछ आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। सुरक्षाबलों की कार्रवाई जारी है।

जम्मू-कश्मीर में दो अलग-अलग जगहों पर हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 5 आतंकियों को मार गिराया है। जिसमें 3 आतंकी दक्षिण-कश्मीर के शोपियां में और 2 आतंकी कुपवाड़ के हंदवाड़ा में मारे गए हैं।

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