नक्सलवाद का सच

Chhattisgarh: पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने ग्रामीणों के जननांगों पर हमला किया था, जिसके बाद से पीड़ितों को चलने-फिरने में परेशानी हो रही है।

ये अभियान काफी सफल हुआ है। इससे प्रभावित होकर 100 से ज्यादा नक्सली (Naxalites) सरेंडर कर चुके हैं, इनमें इनामी नक्सली भी शामिल हैं।

सोनभद्र (Sonbhadra) में सीआरपीएफ और पीएसी के जवानों के साथ 3 थानों की फोर्स ने जंगल और पहाड़ पर सर्च ऑपरेशन चलाया और ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनीं।

1995 में बोकारो जिले में एक कुख्यात नक्सली (Naxalite) का नाम सामने आया था, वह नाम था बहादुर तुरी। वह मूल रूप से बोकारो का निवासी था।

इतना ही नहीं, इस प्रेमी जोड़े के साथ 3 और नक्सलियों (Naxalites) ने समर्पण किया है। प्रेमी का नाम हरदेश लेकाम और प्रेमिका का नाम आसमती है।

पुलिस के मुताबिक नक्सल (Naxalites) प्रभावित क्षेत्र मौजा डोलांदा के जंगलों में ये मुठभेड़ बुधवार दोपहर को हुई। इसमें एक एक महिला नक्सली की मौत हो गई।

नक्सलियों (Naxalites) ने डरा-धमकाकर लेवी वसूली और लेवी नहीं मिलने पर विकास कार्यों में लगे वाहनों को आग के हवाले कर संसाधनों को भी बहुत नुकसान पहुंचाया है।

नक्सलियों (Naxalites) ने अपने कमांडर और कुख्यात नक्सली नुनुचंद महतो को अगवा कर लिया था। इसके बाद उसके जिंदा बचने की गुंजाइश बहुत कम थी।

बम को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर डिफ्यूज कर दिया गया और सर्च अभियान को तेज कर दिया गया। अभी किसी नक्सली (Naxalites) की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

झारखंड (Jharkhand) में लाल आतंक का पर्याय बन चुके इनामी नक्सली (Naxali) अजय महतो और उसके साथी नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ जिला प्रशासन ने मुकदमा चलाने की कवायद शुरू कर दी है।

नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत नक्सलियों के खिलाफ झारखंड पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।

सात साल पहले पढ़ाई छोड़कर नक्सली संगठन (Naxal Organization) में शामिल होने वाले इनामी नक्सली (Naxalite) महादेव माडकामी उर्फ मनु ने आत्मसमर्पण (Surrender) कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है।

दर्जनभर हथियारबंद नक्सलियों (Naxalites) ने उत्तराखंड के कल्हाबार गांव में सरकार द्वारा बन रहे डिग्री कॉलेज परिसर में जमकर उत्पात मचाया।

खूंटी पुलिस को दक्षिणी छोटानागपुर के रीजनल कमेटी के सदस्य जीत राय मुंडा समेत 7 नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सोनभद्र जिले से सटे पड़ोसी राज्यों में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ सुरक्षाबलों ने अभियान शुरू कर दिया है। सीमावर्ती इलाका होने की वजह से नक्सली जान बचाने के लिए यहां पनाह ले सकते हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में नक्सलवाद (Naxalism) के खिलाफ कामयाबी मिली है। जिले के एक हार्डकोर इनामी नक्सली (Naxali) ने सरेंडर (Surrender) कर दिया है।

5 लाख के इनामी नक्सली (Naxal) नूनू चंद महतो को उसके ही साथी नक्सलियों ने किडनैप कर लिया है। नूनू चंद महतो नया संगठन बनाने की तैयारी कर रहा था।

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