
सांकेतिक तस्वीर
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सोनभद्र जिले से सटे पड़ोसी राज्यों में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ सुरक्षाबलों ने अभियान शुरू कर दिया है। सीमावर्ती इलाका होने की वजह से नक्सली जान बचाने के लिए यहां पनाह ले सकते हैं। दरअसल, खुफिया एजेंसियों ने 23 अगस्त की रात छत्तीसगढ़ एवं झारखंड बार्डर पर हथियार से लैश 15-20 व्यक्तियों के दिखाई देने की सूचना दी थी।
यह सूचना मिलने के बाद फोर्स अलर्ट हो गई है। संभावना जताई जा रही है कि हथियारबंद लोग नक्सली (Naxalites) थे। जिले के एसपी ने जंगलों में सघन कांबिंग करने और संदिग्धों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
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बता दें कि पिछले महीने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा जिले के जंगलों में नक्सलियों (Naxals) ने कांबिंग ऑपरेशन पर निकली पुलिस पार्टी पर हमला किया था। इसमें कई जवान शहीद हो गए थे। घटना के बाद से सुरक्षाबलों के साथ मिलकर जिले की पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया। इसमें अब तक जवानों ने कई नक्सलियों को ढेर कर दिया है।
सुरक्षाबलों की सख्ती को देखते हुए जान बचाने के लिए नक्सली सीमावर्ती इलाकों में पनाह लेने की फिराक में हैं। गौरतलब है कि पहले भी नक्सली पड़ोसी राज्य बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में हिंसक वारदातों को अंजाम देने के बाद सोनभद्र के सीमावर्ती इलाकों में छिपते रहे हैं।
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हालांकि, साल 2012 में चोपन थाना क्षेत्र के बेलछ जंगल में पुलिस ने कुख्यात नक्सली (Naxali) मुन्ना विश्वकर्मा एवं उसके साथियों को असलहों के साथ गिरफ्तार कर नक्सली मूवमेंट की कमर तोड़ दिया था। लेकिन एक बार फिर नक्सली यहां पैठ बनाने की कोशिश में हैं। सूत्रों की मानें तो पड़ोसी राज्यों के कई नक्सली (Naxals) यूपी में पनाह लेकर वारदातों को अंजाम देने की ताक में लगे हुए हैं।
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सोनभद्र के पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव के अनुसार, 23 अगस्त की रात बभनी थाना क्षेत्र से सटे छत्तीसगढ़ और विंढमगंज थाना क्षेत्र से सटे झारखंड बार्डर पर हथियार से लैश 15-20 लोगों के दिखाई देने की सूचना मिलने के बाद फोर्स पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। जिले की सीमा से सटे राज्यों में नक्सलियों की सक्रियता को देखते हुए फोर्स को अलर्ट कर दिया गया है। जंगलों में सघन कांबिंग जारी है। मुखबिरों को अलर्ट करते हुए फोर्स को संदिग्धों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है। बॉर्डर पर नक्सलियों के मौजूद होने की सूचना उन्हें नहीं मिली है, फिर भी सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर दी गई है।
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