ओडिशा: संगठन के छलावे से तंग आकर इनामी नक्सली ने किया सरेंडर, करना चाहता है आगे की पढ़ाई

सात साल पहले पढ़ाई छोड़कर नक्सली संगठन (Naxal Organization) में शामिल होने वाले इनामी नक्सली (Naxalite) महादेव माडकामी उर्फ मनु ने आत्मसमर्पण (Surrender) कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है।

Naxalite

ओडिशा के मलकानगिरी में इनामी नक्सली महादेव ने आत्मसमर्पण कर दिया।

सरेंडर करने वाला नक्सली (Naxalite) महादेव बताता है कि सरकार और प्रशासन की नीतियों से प्रभावित होकर उसने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का निर्णय लिया।

“जिस उद्देश्य को लेकर नक्सली संगठन में शामिल हुआ था, वह सब छलावा था। हथियार के बल पर न्याय और अधिकार हासिल करना संभव नहीं।” यह कहना है सरेंडर करने वाले एक इनामी नक्सली (Naxalite) महादेव का। सात साल पहले पढ़ाई छोड़कर नक्सली संगठन (Naxal Organization) में शामिल होने वाले इनामी नक्सली महादेव माडकामी उर्फ मनु ने आत्मसमर्पण (Surrender) कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है।

वह फिर से अपनी पढ़ाई शुरू करना चाहता है। उसने 23 अगस्त को ओडिशा के मलकानगिरी जिले के एसपी ऋषिकेश खिलारी के सामने आत्मसमर्पण किया था। महादेव ने बताया कि नक्सल संगठन की असलियत का पता चलने के बाद उसका संगठन से मोहभंग हुआ और उसने सरेंडर करने का फैसला ले लिया।

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नक्सली (Naxalite) महादेव, छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के कांकेरपाड़ा गांव का रहनेवाला है। वह जब स्कूल में था उस दौरान नक्सलियों (Naxals) के बहकावे में आ गया। उसने पढ़ाई छोड़ दी और साल 2013 में संगठन में शामिल हो गया था। साल 2015 में उसे दरभा डिवीजन में शामिल किया गया था। तब से वह छत्तीसगढ़-ओडिशा की सीमा पर स्थित मलकानगिरी जिले में सक्रिय था।

उसकी सक्रियता को देखते हुए संगठन ने साल 2019 में उसे नक्सली संगठन में एसीएम बना दिया था। सरेंडर करने वाले नक्सली (Naxalite) महादेव बताता है कि सरकार और प्रशासन की नीतियों से प्रभावित होकर उसने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का निर्णय लिया।

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हाल के सालों में मलकानगिरी समेत अन्य नक्सल प्रभावित जिलों में हो रहे विकास और वहां के लोगों की खुशहाली से उसे प्रेरणा मिली। संगठन में रहते हुए हर वक्त जान का खतरा बना रहता था। उसने बताया कि नक्सली अपने फायदे के लिए निर्दोष आदिवासियों को अपना निशाना बना रहे थे। यह सब देख कर उसका संगठन से मोहभंग होने लगा था और इसी वजह से उसने आत्मसमर्पण किया।

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महादेव के आत्मसमर्पण के बाद एसपी खिलारी ने कहा कि सरकार की नीतियों के अनुसार महादेव को हरसंभव सहायता दी जाएगी, उसे समाज के मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। वह अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहता है। इसके लिए भी उसे सहयोग किया जाएगा। इसके अलावा प्रशासन की अत्मसमर्पण और पुनर्वास नीतियों के तहत उसे सभी लाभ दिए जाएंगे।

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