नक्सलवाद का सच

ताजा मामला बानो थाना क्षेत्र के गिरदा ओपी के जमतई का है। शनिवार शाम अज्ञात लोगों ने मदन मांझी नाम के एक पूर्व पीएलएफआआई नक्सली की गोली मारकर हत्या कर दी।

नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने डुमरिया थाना क्षेत्र के बोधी बिगहा में 20 लाख की लागत से बनाए गए नए सामुदायिक भवन को डायनामाइट (Blast) से उड़ा दिया।

बीती रात 2:30 बजे‌ PLFI के उग्रवादियों ने इस घटना को अंजाम दिया। फायरिंग की वजह से पीड़ित परिवार सहमा हुआ है। उग्रवादियों ने 3-4 राउंड फायरिंग की।

नक्सलियों ने एसपी डॉ अभिषेक पल्लव और जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए 7 आईईडी बम प्लांट किए थे। नक्सलियों ने ये बम टेटम इलाके में प्लांट किए थे।

इस नक्सली का नाम रमेश उर्फ हिदमा मडावी है और उसकी उम्र 45 साल है। एडिशनल एसपी अतुल कुलकर्णी ने बुधवार को इस मामले में जानकारी दी।

नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच दंतेवाड़ा में एक इनामी नक्सली समेत 11 नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है।

नक्सलियों ने मांगें पूरी नहीं होने पर विरोध करने की बात कही है। नक्सली पोस्टरों की वजह से इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

राज्य में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ताजा मामला कोंडागांव जिले का है। 2 नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।

चाईबासा के एसपी अजय लिंडा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादी के मोछू उर्फ मेहनत एवं सागेन अंगरिया दस्ते के 2 नक्सली सांगाजाटा जंगल में हैं।

सोमवार को आईईडी लगा रहे 6 नक्सलियों (Naxalite) को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक महिला भी शामिल है। पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है।

गुमला में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। हालात ये हैं कि एसपी हृदीप पी जनार्दनन खुद भाकपा माओवादी के खिलाफ सर्च ऑपरेशन पर निकले।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) ने इस बम को सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाया था। इस बम को सड़क के किनारे लगाया गया था।

डीआरजी के जवानों को नक्सलियों के बारे में सूचना मिली थी, इसलिए जवानों को किस्टाराम के जंगलों में उतारा गया था। एसपी केएल ध्रुव ने इस मामले की पुष्टि की है।

नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सदस्य 15 नवंबर को क्रांति सप्ताह मनाने वाले हैं। इस मौके पर झारखंड सहित दूसरे राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है।

सीआरपीएफ की 153वीं बटालियन के जवान सालों से नक्सलियों (Naxalites) से लड़ते आए हैं, लेकिन नक्सल समस्या पूरी तरह खत्म नहीं हो पाई है।

बालाघाट और मंडला जिले में नक्सली अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहे हैं। वे जंगलों से होते हुए गांवों में पहुंच रहे हैं और सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं।

पुलिस के कांस्टेबल चंदू कादती और कोबरा 204 वीं बटालियन के कांस्टेबल संदीप घोष नक्सलियों (Naxali) के बिछाए गए लोहे के नुकीले जाल पर अनजाने में कदम रखने के बाद घायल हो गए।

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