War of 1948: जब कश्मीर में पाकिस्तानी कबायलियों ने कलमा पढ़ने वालों को मारी गोली, जानें पूरी कहानी
भारत और पाकिस्तान बंटवारे के बाद 1948 में जंग (War of 1948) के मैदान में आमने-सामने थे। भारत और पाकिस्तान का 1947 के में विभाजन हो गया था।
War of 1971: ‘मरकर’ जिंदा हुए थे लांस नायक श्रीपति सिंह, जानें ‘वीर चक्र’ से सम्मानित होने वाले इस जवान की कहानी
अस्पताल तक पहुंचने के से पहले उन्होंने बहादुरी की मिसाल पेश कर दी थी। उन्होंने 9 दिसंबर के दिन वीरता दिखाते हुए पाकिस्तान के सेवर जेट विमान को रोके रखा था।
War of 1962: जब भारतीय वीरों ने चीनी सैनिकों को मार भगाया, गोलियां खत्म हुई तो दुश्मनों से किया ‘हैंड टू हैंड’ फाइट
चीनी सेना भारत से 'हैंड टू हैंड' में मुकाबला नहीं कर पाई थी। इसमें कई चीनी सैनिक ढेर हुए थे। हमारे जवानों ने बेहद धारधार हथियार खुखरी का इस्तेमाल किया था।
War of 1971: जब लद्दाख के सुदूर उत्तर में स्थित 4 गांवों पर सेना ने किया कब्जा, आज तक भरे नहीं युद्ध के जख्म
युद्ध के 50 साल बाद भी इस गांव के लोग अपने लोगों से नहीं मिल पाए हैं, क्योंकि कब्जे के बाद पाक में रहने वाले और इन गांव में रहने वाले लोगों का संपर्क समाप्त हो गया।
War of 1971: अमेरिका और चीन ने भी नहीं दिया था पाकिस्तान का साथ, भारत ने दुश्मन देश को ऐसे घेरा
अमेरिका पाकिस्तान का साथ देने के लिए साफ इनकार कर चुका था, ऐसे में पाकिस्तान को चीन की याद आई। पाकिस्तान ने चीन से युद्ध में मदद देने के लिए कहा।
War of 1965: पंजाब का वो गांव जिसने पाकिस्तान के साथ युद्ध का रुख मोड़ दिया! जानें क्या हुआ था?
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध (War of 1965) लड़ा गया था। भारत ने 1962 में चीन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। युद्ध में हार मिली तो पाकिस्तान को लगा कि भारत कमजोर है और कश्मीर हड़पने का यही सही वक्त है।
CRPF अफसर प्रकाश रंजन मिश्रा: नाम सुनते ही कांप उठते हैं नक्सली, जानें इनकी ‘शौर्य चक्र’ पाने की पूरी कहानी
सीआरपीएफ (CRPF) अफसर प्रकाश रंजन मिश्रा का नाम सुनते ही नक्सली (Naxalites) कांप उठते हैं। वे सीआरपीएफ के उन चुनिंदा जवानों में से एक हैं जिन्होंने अबतक 100 से ज्यादा नक्सलियों को मौत के घाट उतारा है।
War of 1971: वीर सपूतों ने दुश्मनों से छीन ली थी ‘जरपाल क्वीन’, इसे ‘युद्ध ट्रॉफी’ के तौर पर पूरे देश में ले जाया जाता है
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण लड़ाई (War of 1971) लड़ी गई थी। युद्ध में हमारे वीर सपूतों ने ऐसा पराक्रम दिखाया था जिसे याद कर दुश्मन देश आज भी कांप उठता होगा।
20 साल की उम्र में देश के लिए शहीद हो गए थे शंभूराम, 1965 की जंग में दुश्मनों को दिया था मुंहतोड़ जवाब
शंभूराम (Shambhuram) की बहादुरी के किस्से उनके इलाके के लोग आज भी एक दूसरे को सुनाते हैं। उन्होंने इस युद्ध में दुश्मनों को धूल चटाई थी।
भारतीय सेनाएं करती हैं युद्धाभ्यास, जानें इस दौरान जवान क्या करते हैं
Indian Army: जवानों को शत्रु पर फायर अटैक, दुश्मन के इलाके में उतरना, कई तरह की जांबाज गतिविधियों आदि के बारे में सिखाया जाता है।
सूबेदार भंवरलाल भाकर: खून से लथपथ था शरीर फिर भी झुका नहीं सिर, फहराई विजय पताका
वह अपने साथी जवानों के साथ पाकिस्तानी घुसपैठियों द्वारा कब्जे वाली तोलोलिंग पहाड़ी की सीधी चट्टान पर रेंगते-रेंगते उस जगह पहुंचे थे जहां दुश्मन ने कई बंकर बना रखे थे।
Kargil War 1999: गोलियों की बौछार के बीच चोटियों पर पहुंचना था बेहद चुनौतीपूर्ण, फिर भी जीते हमारे जवान
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। युद्ध में पाकिस्तान को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान कश्मीर हड़पने की फिराक में था लेकिन हमारे वीर जवानों के आगे उसका ये सपना कभी पूरा नहीं हो सका।
War of 1962: …जब भारत की करीब 43 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर चीन ने किया कब्जा
भारत और चीन के बीच एक मात्र युद्ध 1962 में लड़ा गया था। हमेशा से विस्तारवादी की नीति पर काम करने वाला चीन उस दौरान भी भारत के कब्जे वाले इलाकों को हड़पना चाहता था, जिसमें वह कामयाब भी हुआ।
हर बार हारकर भी पाकिस्तान क्यों नहीं सुधरता? ये है वजह
India Pakistan Kashmir Issue: आजादी के तुरंत बाद कश्मीर के राजा ने भी भारत के साथ विलय को मंजूरी दी थी, और फिर पाकिस्तान के पैरों तले जमीन खिसक गई थी।
War of 1948: …जब Indian Army ने देखते ही देखते करीब दो तिहाई कश्मीर पर कर लिया कब्जा
भारत और पाकिस्तान के बीच 1948 के बीच कश्मीर को लेकर भीषण युद्ध (War of 1948) छिड़ा था। भारतीय सेना (Indian Army) ने इस युद्ध मे पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया था।
War of 1965: शकरपारे और बिस्कुट खाकर पाकिस्तान को हराया, दुश्मन को नेस्तनाबूद कर ही लिया दम
पाकिस्तान और भारत के बीच 1965 में भीषण युद्ध (War of 1965) लड़ गया था। चीन से 1962 में हार के बाद पाकिस्तान भारत को कमजोर समझ रहा था। पाकिस्तान ने सोचा था कि चीन से मिली करारी हार के बाद भारत कमजोर है।
War of 1965: जब पाक की एक पूरी ब्रिगेड को CRPF ने बुरी तरह से खदेड़ दिया
बंटवारे के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा को लेकर तनाव बना रहता था। पाकिस्तानी सेना अक्सर सीमा लांघकर भारतीय क्षेत्र में घुस आया करती थी।