Naxalites

मध्य प्रदेश का बालाघाट एक नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यहां आए दिन नक्सली घटनाओं की खबरें सामने आती हैं। ताजा मामला यह है कि नक्सलियों (Naxalsites) ने बालाघाट में पर्चे बांटे हैं।

ये नक्सली (Naxalites) कई वारदातों को अंजाम दे चुका है और इसे रेपुरा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में इस नक्सली ने कई अहम सुराग दिए हैं।

सड़कों को बनाने के लिए लंबे समय से मांग की जा रही थी, लेकिन अब इस काम को हरी झंडी मिल गई है। इन सड़कों के बनने से करीब 782 गांवों के लोगों की जिंदगी में बदलाव आएगा।

नक्सलियों (Naxalites) ने लेवी वसूलने के लिए इलाके में सड़क निर्माण रोक दिया है। लेकिन पुलिस और प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है।

गोपालगंज का बैकुंठपुर नक्सल (Naxalites) प्रभावित है। यहां नक्सलियों द्वारा कई वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। बैकुंठपुर थाने के पास कोई वाहन नहीं है।

पुलिस और नक्सली संगठन टीपीसी के सदस्यों में शनिवार को जमकर मुठभेड़ हुई। पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली वहां से भागने लगे।

ताजा मामला लातेहार जिले का है। यहां नक्सलियों ने बड़ा हमला किया है और 5 वाहनों में आग लगा दी दी है। इस दौरान नक्सलियों ने 3 लोगों को गोली मारी है।

ताजा मामला नक्सल (Naxalites) प्रभावित बीजापुर जिले का है। यहां नक्सलियों ने प्रशासन की एक जेसीबी को आग लगा दी है। एक हफ्ते में कुल 9 वाहन फूंके हैं।

भेलवाघाटी गांव के 2 लोग इस्लाम मियां और डोमन मियां ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से एक पहाड़ी को काटकर 4 किलोमीटर लंबा रास्ता बना दिया है।

इस नक्सली ने हथियारों के साथ कैमूर के एसपी के सामने सरेंडर किया। इस नक्सली के पास से 7 राइफल, गोली, भारी मात्रा में नक्सली वर्दी, देशी विंडोलिया बरामद की गई हैं।

नक्सलियों (Naxalites) द्वारा लगाई गई इस आग में तीनों वाहन बुरी तरह जल गए हैं। कहा जा रहा है कि नक्सली आग लगाने के बाद फरार हो गए।

कमजोर पड़े रहे नक्सली संगठन को फिर से मजबूत बनाने के लिए टॉप मोस्ट नक्सली नेता पिंटू राणा अपने दस्ते के साथ दौरे पर है।

बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने कहा कि राजपेंटा एरिया के पास एनकाउंटर साइट से एक नक्सली का शव मिला था। इस दौरान हथियार भी बरामद किए गए हैं।

भाकपा माओवादी के नक्सलियों (Naxalites) द्वारा इस कंपनी के मैनेजर को 32 करोड़ 50 लाख रुपए की लेवी की मांग की जा रही है और धमकी दी जा रही है।

पुलिस ने उन इलाकों में छापेमारी की है, जहां पहले नक्सली रहा करते थे, लेकिन सामने ये आया है कि यहां नक्सली नहीं बल्कि शराब तस्कर मौजूद हैं।

सुरक्षाबलों को नक्सलियों (Naxalites) के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद नक्सलियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की गई। सुरक्षाबलों ने घंटों ऑपरेशन चलाया।

लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर नक्सलियों ने दंतेवाड़ा के कलेक्टर और एसपी के सामने सरेंडर किया था। इसी दौरान नक्सलियों ने इलाके में स्कूल की मांग की थी।

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