बिहार: नक्सलियों के खिलाफ अभियान के दौरान ऑटो से गश्त करने को मजबूर पुलिस, थाने में नहीं है कोई वाहन

गोपालगंज का बैकुंठपुर नक्सल (Naxalites) प्रभावित है। यहां नक्सलियों द्वारा कई वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। बैकुंठपुर थाने के पास कोई वाहन नहीं है।

Naxalites

फोटो- सोशल मीडिया से

एक नक्सल (Naxalites) प्रभावित क्षेत्र में पुलिस का ऑटो में गश्त करना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। कई बार तो किसी घटनास्थल पर पहुंचने के लिए थानाध्यक्ष को दूसरे के वाहनों पर लिफ्ट लेनी पड़ती है।

गोपालगंज: बिहार में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच गोपालगंज से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है।

गोपालगंज का बैकुंठपुर थाना क्षेत्र नक्सल प्रभावित है। यहां नक्सलियों द्वारा कई वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि बैकुंठपुर थाने के पास कोई वाहन नहीं है। थाने के पास पहले के जो वाहन हैं, वे खराब हो चुके हैं। ऐसे में यहां की पुलिस गश्त के लिए ऑटो का प्रयोग करती है।

एक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस का ऑटो में गश्त करना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। कई बार तो किसी घटनास्थल पर पहुंचने के लिए थानाध्यक्ष को दूसरे के वाहनों पर लिफ्ट लेनी पड़ती है।

मिली जानकारी के मुताबिक, इस थाने को एक जिप्सी और एक सूमो उपलब्ध करवाई गई थी, लेकिन दोनों वाहन खराब पड़े हैं। यही वजह है कि यहां की पुलिस बाइक, ऑटो या किसी और के वाहन पर लिफ्ट लेकर अपना काम चला रही है।

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इसका नकारात्मक प्रभाव ये हो रहा है कि लोग अपनी शिकायत लेकर थाने में आते हैं, लेकिन वाहन उपलब्ध ना होने की वजह से कई बार पुलिस घटनास्थल पर पहुंच ही नहीं पाती है। और अगर पहुंचती भी है तो ऑटो लेकर पहुंचती है, जिससे समय पर पहुंचना मुश्किल होता है।

इस मामले में गोपालगंज के एसपी मनोज कुमार तिवारी ने कहा है कि बैकुंठपुर थाने के खराब वाहनों को ठीक कराया जा रहा है। 2-3 दिन में थाने को वाहन उपलब्ध हो जाएगा।

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