Naxalites

खबर है कि कोरोना की वजह से कई नक्सलियों (Naxalites) की हालत गंभीर है। ऐसे में इन संक्रमित नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर करना शुरू कर दिया है।

नक्सलियों (Naxalites) ने लातेहार-चतरा सीमा के कोयलांचल क्षेत्र में तांडव मचाया है और सीसीएल परियोजना में लगी वीपीआर रेडी कंपनी की एक हाइवा को फूंक दिया है।

घटनास्थल से पुलिस ने 2 हथियार, 5 किलो का IED, हैंड ग्रेनेड बम और नक्सलियों के कैम्प में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरामद किया है।

गढ़चिरौली में 21 मई तड़के C-60 कमांडोज (C-60 Commandos) की बड़ी कार्रवाई में 13 नक्सली मारे गए। महाराष्ट्र में नक्सलियों की नकेल कसने में इस फोर्स का अहम योगदान है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान जारी है सिलगेर में सुरक्षाबलों का कैंप खुलने से नक्सली कमांडर हिडमा (Naxali Hidma) का सिर दर्द बढ़ गया है।

छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा में एक इनामी नक्सली समेत 4 नक्सलियों (Naxalites) ने लोन वर्राटू अभियान के तहत आत्मसमर्पण किया है।

एक ओर पूरा देश कोरोना (Coronavirus) महामारी से जूझ रहा है, सरकार समेत पूरे प्रशासन का इस समय पूरा ध्यान कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने का है। ऐसे संवेदनशील वक्त में भी नक्सली (Naxalites) आतंक फैलाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।

झारखंड में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से नक्सल मूवमेंट में भी कमी आई है। कोरोना की चपेट में आने से नक्सलियों ने अपनी गतिविधियों को कम कर दिया है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान जारी है। सुकमा में भी सुरक्षाबलों ने कार्रवाई को तेज कर दिया है।

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों (Naxalites) और महाराष्ट्र पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई है। ये मुठभेड़ गढ़चिरौली के एटापल्ली में जंगली इलाके में हुई है

मिली जानकारी के मुताबिक, 6 नक्सलियों (Naxalites) के शव बरामद कर लिए गए हैं। महाराष्ट्र पुलिस की सी-60 यूनिट और नक्सलियों के बीच अभी भी मुठभेड़ जारी है।

नक्सलियों (Naxalites) में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। सैकड़ों की तादात में नक्सली संक्रमित हैं। इसके बावजूद भी ये नक्सली गांवों में ग्रामीणों के साथ मीटिंग करके वहां संक्रमण फैला रहे हैं।

नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ देशद्रोह का केस चलाने के लिए राज्य सरकार की मंजूरी जरूरी होती है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद ही कोर्ट में ये केस चलाया जा सकता है।

सुरक्षाबलों की ये टीम जंगल पहुंची तो  पीएलएफआई नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरु कर दिया लेकिन सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली घने जंगलों का फायदा उठाकर फरार हो गये।

नक्सली, ग्रामीणों की बैठक बुलाकर उन पर दबाव बना रहे हैं कि वे सुरक्षाबलों के कैंपों का विरोध करें। सोमवार को सुकमा जिले के सिलगेर में कैंप के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था।

सीआरपीएफ 190 बटालियन और जिला पुलिस के जवान नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान के तहत सर्च ऑपरेशन पर निकले थे। इसी दौरान जंगल में उन्हें ये केन बम मिला।

झारखंड पुलिस और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल के 85408 जवान-अधिकारी शामिल होंगे। पुलिस मुख्यालय की ओर से इसके प्रीमियम का भुगतान एक हजार रुपए प्रति व्यक्ति किया जाएगा।

यह भी पढ़ें