Naxalite

सुशील (Ex Naxali Sushil) के गिरोह के 6 साथी पहले ही जेल में हैं। ऐसे में एक साथी के साथ सुशील की गिरफ्तारी पुलिस विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

पुलिस पूछताछ में तीनों नक्सलियों (Naxalites) ने ये भी बताया कि मनियाडीह थानाक्षेत्र स्थित नावाटांड इलाके के एक मोबाइल टावर को उड़ाने की योजना है। इसके लिए बकायदा एक केन बम भी छिपा रखा है।

मुठभेड़ के बाद शुरू हुई तलाशी अभियान में घटना स्थल से तीन बंदूकें, 155 छर्रे, पॉलीथीन में पैक लोहे के छोटे-छोटे टुकड़े, डब्बे में बंद बारुद व गंधक और दो मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं। 

नक्सल नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के खिलाफ नक्सलियों (Naxalites) ने बिहार-झारखंड बंद का आह्वान किया है। इस दौरान नक्सली राज्य में लगातार कई घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

नक्सलियों (Naxalites) ने पोसैता और डेरूवां स्टेशन के बीच पड़ने वाले कारो नदी के पास अप लाइन को छतिग्रस्त कर दिया है। हालांकि स्थानीय लोगों की सूझबुझ और चालक की त्वरित जानकारी के कारण बड़े रेल हादसे को समय रहते टाल दिया गया।

गिरफ्तार नक्सली इससे पहले भी 10 अगस्त 2019 को एक आपराधिक कांड के तहत गिरफ्तार हुआ था, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद वह दोबारा से संगठन में शामिल होकर कई नक्सली वारदातों में शामिल रहा।

अनल दा' के नेतृत्व में एक नक्सल समूह ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, रांची और सरायकेला-खरसावां के कई इलाकों में विस्फोटक लगाए हैं।

नक्सलियों में से दो की पहचान विश्राम कोंकणी उर्फ मोटा उर्फ सुकरा और कुलेन कोंगाडी के रूप में की गयी है जबकि एक अन्य आरोपी नाबालिग है। पुलिस ने इनके पास से कारतूस, पीएलएफआई का पर्चा, चंदा रसीद, मोबाइल और एक बाइक बरामद की है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी दिवाकर ने बताया कि जिले में 50-60 की संख्या में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए एकत्र हुये थे लेकिन खुफिया तंत्र के कारण समय रहते सुरक्षाबलों ने उनके इस मंसूबे को नाकाम कर दिया।

पूछताछ में इनका नाम निवेश कुमार निवासी धुर्वा, शुभम कुमार निवासी खूंटी, ध्रुव कुमार निवासी सोनपुर जिला रांची बताया। ये सभी नक्सली प्रतिबंधित नक्सल संगठन पीएचलएफआई के सदस्य हैं।

गिरफ्तार तीनों नक्सलियों (Naxalites) में से एक के खिलाफ जिले के ही कर्ना थाने में मामला दर्ज है। 2018 में हुये नक्सल कांड के वांछित इस नक्सली को पुलिस काफी दिनों से ढूंढ रही थी।

मृतक बोयराम लुगुन पालुहासा जंगल में चल रहे सरकारी काम के तहत एक ठेकेदार के लिए बतौर मुंशी काम कर रहे थे। माओवादियों (Maoists) ने उन्हें जंगल से बंधक बनाकर गोईलकेरा-चाईबासा मार्ग पर ले जाकर गोली मारी।

पिछले दिनों देश के मोस्ट वांटेड नक्सली प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा और उसकी पत्नी सहित चार नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद से संगठन में बिखराव की स्थिति देखने को मिल रही है।

पुलिस ने छानबीन के दौरान नक्सली बंधना टोपनो (Naxali Bandhana) को हथियार व गोलाबारूद के साथ सोगा पहाड़ी के जंगल से पकड़ा है। 

मारा गया नक्सली (Naxali) मंगरा लुगुन चाईबासा के गोयलकेरा और पोड़ाहाट सहित आस-पास के थाना क्षेत्रों में सक्रिय था। उसके डर के कारण पूरे इलाके में बिना उसे लेवी दिये कोई भी निर्माण कार्य संभव नहीं था।

नक्सलियों के पास से पुलिस ने कोई हथियार व आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं की। लेकिन ये पिछले कई आपराधिक कांडों में वांछित हैं।

पुलिस ने जब ड्रम को जमीन से निकालकर खोला गया तो सबके होश उड़ गये। यह ड्रम अमोनियम नाईट्रेट से बने 100 किलो बम से भरा था और एक कट्टा भी इसके अंदर रखा गया था।

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