ओडिशा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, जवानों ने 4 नक्सलियों को मार गिराया और 5 घायल

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी दिवाकर ने बताया कि जिले में 50-60 की संख्या में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए एकत्र हुये थे लेकिन खुफिया तंत्र के कारण समय रहते सुरक्षाबलों ने उनके इस मंसूबे को नाकाम कर दिया।

Naxalites

ओडिशा के नुंआपड़ा जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों (Naxalites) के बीच मुठभेड़ में चार नक्सल सदस्यों को मार गिराया गया है वहीं करीब आधा दर्जन घायल हो गये हैं। ये मुठभेड़ छत्तीसगढ़ सीमा से सटे पश्चिम ओडिशा के सुनाबेड़ा के जंगलों में हुई है। जहां पिछले महीने भी ऐसी ही एक मुठभेड़ हुई थी।

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नुंआपड़ा के पुलिस अधीक्षक प्रत्युष दिवाकर के अनुसार, मुखबिर से गुप्त सूचना मिली थी कि जिले के कामना थाना क्षेत्र में दर्जनों नक्सलियो की गतिविधि देखी गई है। इसी सूचना के आलोक में सीआरपीएफ जवानों के साथ एसओजी-डीवीएफ की एक संयुक्त टीम बनाई गई।

पुलिस अधिकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों की टीम छानबीन करते हुये जब सुनाबेड़ा के जंगलों के पास पहुंची तो अचानक उनपर फायरिंग शुरू हो गई। इसी के खिलाफ जवानों की जवाबी कार्रवाई मुठभेड़ में तबदील हो गई। दोनों तरफ से करीब तीन घंटे लगातार फायरिंग होती रही। इस दौरान सुरक्षाबलों ने चार नक्सलियों (Naxalites) को मार गिराया, वहीं कई नक्सली घायल भी हो गये।

एसपी ने आगे बताया कि इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख बाकी बचे नक्सली अपने घायल साथियों और मृतकों के शव लेकर वहां से फरार हो गये। दरअसल नक्सलियों (Naxalites) ने पूरे इलाके में आईईडी लगा रखा था, जिसकी वजह से सुरक्षाबल के जवान उनका पीछा नहीं कर सके। 

फिलहाल सुरक्षाबलों ने जवानों जंगल में मौजूद नक्सलियों (Naxalites) के एक कैंप को ध्वस्त कर दिया है और वहां से दो सोलर प्लेट, बैटरी, तीन मोर्टार सेल, चाकू, नक्सली साहित्य, कोडेक्स वायर, बड़ी मात्रा में मेडिसिन, सिरिंज, टिफिन बॉक्स आदि बरामद हुए हैं। जिसे जवानों ने वहीं पर नष्ट कर दिया और बाकी फरार नक्सलियों (Naxalites) की छानबीन के लिए बड़े पैमाने पर सर्च अभियान शुरू कर दिया गया है। 

मुठभेड़ के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी दिवाकर ने बताया कि जिले में 50-60 की संख्या में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए एकत्र हुये थे लेकिन खुफिया तंत्र के कारण समय रहते सुरक्षाबलों ने उनके इस मंसूबे को नाकाम कर दिया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी के साथ सीआरपीएफ 216 बटालियन के कमांडेंट राजेश वत्स, द्वितीय कमांडेंट धीरज सिंह आदि भी मौजूद थे।

 

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