Jammu kashmir

मिली जानकारी के मुताबिक, इस मुठभेड़ में अल बदर के 2 आतंकी मारे गए हैं। इस मुठभेड़ की पुष्टि कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने की है।

सेना (Indian Army) के डॉक्टर भी इस महामारी से लड़ने में लगे हुए हैं। 2014 में जब घाटी में पहली बार बाढ़ आई थी तब भी सेना ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था और उन्हें खाद्य सामग्री आदि की भी मदद की थी।

इस हमले के बाद अधिकारियों ने बताया कि पूरे इलाके की घेराबंदी कर हमला करने वाले संदिग्ध आतंकियों (Militants) की तलाश की जा रही है।

ये मुठभेड़ शोपियां जिले में हुई है, जिसमें 3 आतंकी (terrorists) मारे गए हैं। इस दौरान एक आतंकी ने सरेंडर भी किया है।

लेफ्टिनेंट कर्नल क्यू खान ने कहा कि कश्मीर घाटी और कई जगहों से सैनिकों के साथ आगे बढ़ने वाले सैन्य काफिले में झंडे को लाल से नीला कर दिया गया है।

राकेश्वर के परिजनों ने तिलक लगाकर और हार पहनाकर उनका स्वागत किया। बता दें कि राकेश्वर के नक्सलियों के चंगुल में होने की बात सुनकर उनके परिजन काफी दुखी थे

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने जम्मू-कश्मीर में राह भटकर आतंकवाद (Terrorism) के रास्ते पर गए युवाओं से मुख्यधारा में लौटने की अपील की है।

ऐसी ही घटना 1 जुलाई, 2020 को सोपोर में भी घटी थी। जहां आतंकवादियों (Militants) ने एक मस्जिद की आड़ में सीआरपीएफ टीम फायरिंग की थी, जिसमें एक जवान शहीद और एक नागरिक की मौत हो गई थी।

शहीद जवान अखून (Md. Saleem Akhoon) 2004 में  टेरिटोरियल आर्मी में शामिल हुये थे। वह भारतीय सेना (Indian Army) के 162 इंफैंट्री बटैलियन (टीए), (इखवान) का हिस्सा थे।

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के शोपियां (Shopian) में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने 9 अप्रैल को अंसार गजवात-उल हिंद (Ansar Gazwat Ul Hind) के कमांडर इम्तियाज शाह (Imtiyaz Shah) को मार गिराया।

पुलिस और सेना के ज्वाइंट टीम ने इलाके की घेराबंदी की और वहां आतंकवादियों (Terrorists) की मौजूदगी के बारे में विशेष जानकारी के आधार पर सर्च अभियान चलाया।

एलओसी से लगते किशनगंगा नदी पर स्थित टिथवाल क्रॉसिंग ब्रिज दोनों देशों के बीच शांति के बिंदु के रूप में काम कर रहा है। इस जगह पर सरहद के दोनों ओर के बहुत से लोग पहुंचते हैं और यह एक पर्यटक स्थल के रूप में भी उभर रहा है

सांबा पुलिस के बम निरोधक दस्ते को सूचित करने से पहले वहां मौजूद आम लोगों को हटा दिया गया। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंची बम निरोधक दस्ते की टीम बारूदी सुरंग में को नियंत्रित विस्फोटक की मदद से नष्ट कर दी।

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में अवैध रूप से रह रहे 150 से अधिक रोहिंग्या मुसलमानों (Rohingya Muslims) को वापस उनके देश भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

भारत के खिलाफ लगातार साजिश रचने के लिए बदनाम पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) ने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा है।

आतंकियों (Terrorists)  के साथ सुरक्षाबलों की ये मुठभेड़ (Encounter) शोपियां के मनिहाल गांव में हुई है। 4 आतंकियों के मारे जाने के बाद भी पूरे इलाके में फायरिंग की आवाज आ रही है।

इसी महीने की 12 तारीख को भी बारामूला में आतंकियों ने ग्रामीण बैंक को लूट लिया था। जहां से आतंकियों (Militants) ने हथियार के दम पर करीब ढाई लाख रुपये लूटकर फरार हो गये थे।

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