सेना की उत्तरी कमान: चीन-पाक की हर साजिश को करता है नाकाम, मुसीबत में फंसे लोगों के लिए है देवदूत के समान

सेना (Indian Army) के डॉक्टर भी इस महामारी से लड़ने में लगे हुए हैं। 2014 में जब घाटी में पहली बार बाढ़ आई थी तब भी सेना ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था और उन्हें खाद्य सामग्री आदि की भी मदद की थी।

Indian Army

दुनियाभर में अपना लोहा मनवाने वाली भारतीय सेना (Indian Army) का उत्तरी कमान, जो चीन-पाक की हर साजिश को नाकाम करने में सक्षम है, वहीं उसका एक देवदूत का चेहरा भी है। उत्तरी कमान (Northern Command) के अधीन लद्दाख की 14वीं, कश्मीर की 15वीं व जम्मू के नगरोटा स्थित 16वीं कोर ने मानवीय जज्बे के साथ पिछले एक अरसे से कोरोना महामारी को लेकर कई कदम उठाया है।

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सैन्य कमान स्थानीय शासन के साथ मिलकर कश्मीरियों के हित में कोरोना महामारी (Coronavirus) से लड़ने के लिए जागरूकता अभियान भी चला रही है। सेना की ओर से स्थानीय लोगों को मास्क, सैनिटाइजर्स के अलावा और जरूरी सामान भी मुहैया कराई जा रही है।

जम्मू से रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद के अनुसार, सेना (Indian Army) के डॉक्टर भी इस महामारी से लड़ने में लगे हुए हैं। 2014 में जब घाटी में पहली बार बाढ़ आई थी तब भी सेना ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था और उन्हें खाद्य सामग्री आदि की भी मदद की थी। हालांकि घाटी में सेना से लेकर अर्धसैनिक बलों और पुलिस पर पत्थरबाजी होती रही है। फिर भी आपदा में फंसे कश्मीरियों को बचाने के लिए हमारे सुरक्षाबल देवदूत बनकर सामने आये हैं।

हालांकि जम्मू-कश्मीर में सेना (Indian Army) के लिए सरहदों की सुरक्षा के अलावा आतंकवाद से भी निपटने की बड़ी जिम्मेदारियां हैं। सेना की 16वीं कोर के तहत अखनूर से लेकर राजौरी व पुंछ जुड़वां जिले कि सरहद आती है। जबकि कश्मीर की 15वीं कोर के तहत जिला बारामुला सरहद की जिम्मेदारी है। इन्हीं सरहद के अलावा जम्मू संभाग की भारत-पाक सीमा से पाकिस्तान पोषित आतंकी घुसपैठ की कोशिश में लगे रहते हैं।

सूत्रों का कहना है सरहद के पार एक अरसे से वहां बने लॉन्चिंग पैड पर दो सौ से ढाई सौ आतंकी मौजूद है जिनके पास घातक हथियार भी हैं। भारतीय सेना  (Indian Army)अग्रिम चौकियों पर तैनात मुस्तैद जवानों व अफसरों के कारण पाकिस्तान की हर साजिश विफल हो रही है। न केवल पाकिस्तान बल्कि पूर्वी लद्दाख में चीन की हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए भारतीय सेना अपने क्षेत्र की सुरक्षा के अलावा घाटी के लोगों को हर आपदा से बचाने में अग्रिम भूमिका निभाती आ रही है।

इसी सप्ताह भारतीय सेना (Indian Army) के प्रमुख जनरल एमएम नरवणे जम्मू दौरे पर आए थे। इस दौरान सेना प्रमुख नरवणे ने सरहद के अग्रिम इलाकों के दौरे के अलावा कई प्रमुख कमांडरों से भी बातचीत कर हालात का जायजा लिया था वहीं कोरोना के जारी प्रकोप में सेना की भूमिका पर भी चर्चा की थी।

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