Jammu Kashmir Police

शुरुआती फायरिंग में ही सुरक्षाबलों की टीम में शामिल दो पुलिसकर्मी घायल हो गये, जिन्हें उपचार के लिए फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान ही एक पुलिसकर्मी ने दम तोड़ दिया।

गिरफ्तार आतंकी सहयोगियों की पहचान आदिल अली निवासी आचन और आसिफ गुलजार निवासी हाजीदरपोरा के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की है।  

इस बैठक में जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के जमीनी हालात पर गौर करते हुए आगे की रणनीति तैयार की गई। जिसमें टारगेट किलिंग करने वाले हाइब्रिड आतंकियों के खिलाफ खास खुफिया तंत्र तैयार किए जाने का फैसला लिया गया।

गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि घाटी के लोगों को गुमराह किया जाता है। हमारी सरकार का प्रयास है कि कश्मीर का विकास देश के अन्य हिस्सों से अधिक हो।

भट्टा दुर्रियां जंगल में आतंकियों (Terrorists) की गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी, सेना का एक जवान और उनके द्वारा गिरफ्तार लश्कर-ए-तैयबा का पाकिस्तानी आतंकवादी जिया मुस्तफा घायल हो गया।

किश्तवाड़ जिले के द्रबशल्ला ठथरी इलाके में सुरक्षाबलों के ज्वाइंट ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-E-Taiba) का एक आतंकी हिरासत में लिया गया था और उसके पास से भी एक हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ।

एनआईए ने जम्मू-कश्मीर और दिल्ली सहित अन्य कई बड़े शहरों में आतंकी हमले की साजिश रचने वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसी के तहत घाटी में 13 अक्तूबर को भी 16 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी।

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) प्रशासन द्वारा घाटी में सरकारी संस्थानों में काम करने वाले हिंदूओं को 10 दिन की छुट्टी दी गई है। जिससे कि वे लोग स्थिति सामान्य होने तक सुरक्षित जगह जा सकें।

सुरक्षाबलों ने एक पत्थर के नीचे दबाकर रखा गया पैकेट जब्त किया, जिसको खोलने पर लाइट मशीन गन के 25 कारतूस और एक जंग लगी मैग्जीन बरामद की गई। 

आईएसआई (ISI) ने आदेश दिया है कि हायरकी में नीचे के आतंकी हथियार नहीं खरीदेंगे सिर्फ टॉप आतंकी कमांडर या आईएसआई (ISI) ही आतंकवादियों (Militants) को हथियार मुहैया कराएगी।

आईएसआई ने ड्रोन के माध्यम से पंजाब और जम्मू–कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में हथियार भेजने की कोशिश की है‚ जिन्हें हाल ही में जम्मू–कश्मीर (Jammu Kashmir) में सुरक्षाबलों द्वारा मार गिराया गया था।

आईएसआई की मदद से अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां की जेल से इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISPK) के तीनों बड़े आतंकी भाग गये हैं।

आतंकी एजाज अहंगर (Terrorist Aijaz Ahmad Ahangar) कई सालों तक घाटी में सक्रिय था और इस दौरान कई बार गिरफ्तार भी हुआ। लेकिन 1996 में कश्मीर में जेल से आखिरी बार छूटने के बाद से ही वह भूमिगत हो गया।

पुलिस ने इस आतंकी ठिकाने से मैगजीन के साथ एक 9 एमएम की पिस्टल और 20 राउंड गोलियां, एक ग्रेनेड, एक एके 47 मैगजीन और दो वायरलेस सेट जब्त किया है।

सोनू खान (Terrorist Izhar Khan) की गिरफ्तारी के बाद से परिवार के लोग काफी मुखर हैं। इजहार के भाई नूर मोहम्मद ने मीडिया में कहा था कि वह और इजहार जम्मू में फल का कारोबार करते थे। उनका भाई निर्दोष है।

जम्मू में बड़े आतंकी हमलों (Terror Attacks) को लेकर लगातार इनपुट मिल रहे हैं इसलिए यहां तलाशी अभियान के अलावा हर आने–जाने वाले पर पैनी निगाह रखी जा रही है।

पुलिस के मुताबिक हमलावर अभी इसी इलाके में कहीं छिपे हुये हैं। ऐसे में घेराबंदी मजबूत कर दी गई है। ऐसे में हमलावरों के बच निकलने की संभावना बहुत कम है।

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