Indian Army

भारतीय सेना (Indian Army) के जाट रेजीमेंट सेंटर बरेली में 5 से 15 अक्टूबर के बीच सेना भर्ती रैली होगी। भर्ती रैली जाट रेजीमेंट के भूतपूर्व और सेवारत सैनिकों व युद्ध के दौरान शहीद एवं घायल सैनिकों के पुत्र व सगे भाइयों के लिए होगी।

Baramulla Encounter: येदीपोरा पट्टन इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी के घायल होने की खबर है।

पिछले दिनों चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश के बाद भारतीय सेना (Indian Army) मुस्तैद हो गई है। Indian Army भी  फिंगर-4 के नजदीक पंहुच गई है।

भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव जारी है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीन की हर चाल का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है। इस बीच थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (MM Naravane) 3 सितंबर सुबह लद्दाख पहुंचे।

Jammu and Kashmir: ये सभी लोग आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के लिए काम करते थे और आतंकियों को तमाम तरह से मदद पहुंचाया करते थे।

मेजर दीक्षांत थापा (Dikshant Thapa) भारतीय सेना के मेकेनिकल विंग सिक्स मैक के 140 रेजीमेंट के अधिकारी थे। वह 4 साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे।

शहीद दीवान चंद (Martyr Deewan Chand) की अंतिम यात्रा में गांव के लोगों का काफिला भारत माता और शहीद दीवान चंद अमर रहे के नारे लगाते हुए चल रहे थे।

पाकिस्तान (Pakistan) ने राजौरी सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया है। इस दौरान भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशंड ऑफीसर (JCO) के शहीद होने की खबर मिली है।

पाकिस्तान ने वो बड़ी भूल की जिसका उसे भारी नुकसान झेलना पड़ा। भारत पर हुए हमले के साथ ही 1971 का आधिकारिक आगाज हो गया था।

Black Top: रणनीतिक नजरिए से देखें, तो ये पहाड़ी काफी महत्वपूर्ण है। इसीलिए इस पहाड़ी पर भारतीय सेना का कब्जा करना बहुत जरूरी था।

असल में चीन 59 स्थानों पर दावा करता रहा है‚ जहां भारतीय सेना (Indian Army) भौतिक रूप से मौजूद नहीं है। इस बार उसे मुंह की खानी पड़ी और वापस जाना पड़ा।

चीनी सेना ने भारत को डराने के लिए सीमा के पास अपने जे-20 फाइटर जेट उड़ाए। जिसे टक्कर देने के लिए भारतीय वायुसेना का राफेल (Rafale), सुखोई-30एमकेआई और तेजस विमान तैयार हैं।

चीन (China) और भारत का पहले से ही विवाद चल रहा है और अब 29-30 अगस्‍त की रात को एक बार फिर पूर्वी लद्दाख में चीन और भारत के बीच झड़प हुई है।

पाकिस्तान (Pakistan) ने भारतीय चौकियों को निशाना बनाया। भारत ने भी उसे मुंहतोड़ जवाब दिया। पाक की इस हरकत के दौरान भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया।

प्रशांत शर्मा (Prashant Sharma) आखिरी दम तक आतंकियों से लोहा लेते रहे और उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर 3 आतंकियों को मार गिराया था।

चाहे वह 1948 का युद्ध हो या फिर 1962 में चीन के साथ युद्ध और 1965 और 71 में पाकिस्तानी सेना के साथ लोहा लेना हो। Garhwal Rifles के जवानों ने हमेशा अपनी छाप छोड़ी है।

लेह लद्दाख में तैनात मनोज कुमार (Manoj Kumar) गुरुवार को शहीद हो गए। बताया जाता है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनका निधन हो गया।

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