सरहद पर बनाए गए हैं काउंटर घुसपैठ ग्रिड, कारगिल युद्ध के बाद भारत पहले से ज्यादा मुस्तैद
Kargil War: भारत ने इस युद्ध के बाद सरहद की सुरक्षा काफी मुस्तैद किया है। इस युद्ध के बाद सीख लेते हुए सरहद पर काउंटर घुसपैठ ग्रिड बनाए गए हैं।
Kargil War: 26 जुलाई को हुआ था इस जंग का अंत, 14 जुलाई को हुई जीत की आधिकारिक घोषणा
60 दिनों के घटनाक्रम के बारे में सेना और सरकार द्वारा जो जानकारियां सामने आई हैं उसके मुताबिक युद्ध की नींव 1999 के फरवरी महीने में ही रख दी गई थी।
Kargil War 1999: दुश्मन टाइगर हिल पर कब्जा जमाए बैठे थे, लगातार हो रही थी बमबारी
यह पोस्ट सामरिक रूप से हमारे लिए बेहद महत्व रखती है। इसपर दुश्मन का कब्जा लगातार बने रहने का मतलब था भारतीय सरजमीं पर पाक सेना की आसानी से पहुंच हो जाना।
India Pakistan War 1965: खेमकरण में मुंह की खाने का बाद थम गया पाकिस्तान, ऐसे खत्म हुई जंग
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। इस युद्ध को द्वितीय विश्व के बाद का सबसे बड़ा टैंक युद्ध भी कहा जाता है।
INDIAN ARMY में नौकरी के लिए लॉ ग्रेजुएट्स के लिए बड़ा मौका, यहां जानें डिटेल्स
INDIAN ARMY: उम्मीदवार को कम से कम 55 फीसदी अंकों के साथ ग्रेजुएट होना जरूरी है। डिग्री LLB की होनी चाहिए।
1971 का युद्ध: पूर्व सैनिक भगवान सिंह चौहान ने भरी थी हुंकार, जानें कैसा था इनका अनुभव
युद्ध में मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के 48 सैनिकों ने भी हिस्सा लिया था। इन सैनिकों में से एक खरगोन जिले के टांडा बरूड़ निवासी सिपाही भगवान सिंह चौहान भी थे।
कोरोना के खिलाफ जंग में भारत की सेनाएं सबसे आगे, रक्षा मंत्रालय ने 400 रिटायर्ड डॉक्टरों की ज्वाइनिंग का आदेश दिया
रक्षा मंत्रालय के सशस्त्र बल और दूसरे विभाग कोविड-19 की लड़ाई में सबसे आगे रहे हैं। उन्होंने कोरोना वायरस (Coronavirus) मामलों की बढ़ती संख्या से निपटने में मदद करने के लिए कोविड अस्पतालों की स्थापना की है
India Pakistan War 1971: ट्रेन और हवाई मार्ग से ही नहीं बल्कि खच्चर से भी Army को पहुंचाया गया था राशन, जानें कैसे थे जंग के दिन
युद्ध के दौरान कई मौकों पर सेना को राशन की कमी महसूस हुई थी लेकिन तय वक्त पर राशन पहुंचा दिया जाता था। ऐसा हमारे वीर सैनिकों के द्वारा हो सका था।
1971 का युद्ध: लाहौर, कराची और रावलपिंडी एयरबेस से PAK युद्धक विमान भरते थे उड़ान, Indian Army के सैनिक L-70 हथियार से लगाते थे इनपर निशाना
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को हराने के लिए हर मोर्चे पर भारतीय सेना (Indian Army) ने शानदार प्रदर्शन किया था।
India Pakistan War 1965: जिंदा रहने के लिए सैनिकों ने पी लिया था जानवरों का खून मिला पानी! जानें कैसे थे हालात
सेना में 9 कुमाऊं रेजिमेंट का हिस्सा रहे और 1965 के भारत पाकिस्तान यु़द्ध में शामिल रहे रिटायर्ड जगत सिंह ने इस युद्ध से जुड़े अपने अनुभव को साझा किया है।
India Pakistan War 1971: सैकड़ों की संख्या में जब्त पाकिस्तानी हथियार अभी भी सेना की संरक्षण में, कई बंदूकों को किया जा चुका है नष्ट
युद्ध में पाक सेना के खिलाफ जवानों ने शौर्य का परिचय दिया। पाक को हराकर भारतीय जवानों ने दिखा दिया था कि हमारे खिलाफ नजर उठाने वालों के साथ क्या होता है।
1962 का युद्ध: ब्रिगेडियर परशुराम जॉन दालवी बना लिए गए थे बंदी, चीन ने ऐसे पहुंचाया था हमें नुकसान
Indo-China War of 1962: बंदी बनाए जाने के बाद उन्हें किस तरह का अनुभव महसूस हुआ था इसका जिक्र उन्होंने अपनी किताब 'हिमालयन ब्लंडर' में किया है।
Indian Army में भर्ती होने का बड़ा मौका, 1.77 लाख रुपए महीने तक सैलरी, ऐसे करें Apply
भारतीय सेना (Indian Army) ने JAG Entry Scheme 27th Course OCT 2021 के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है।
1999 का कारगिल युद्ध: पाक लेफ्टिनेंट को मौत के घाट उतारने के बाद उसकी जेब से मिला था खत, जानें सेना ने फिर क्या किया
Kargil War: खत अरबी भाषा में लिखा गया था। खत में जिक्र किया गया था कि कादिर घर पर छुट्टियां मना रहे थे लेकिन अचानक युद्ध छिड़ जाने के बाद उन्हें जाना पड़ा था।
Kargil War: कई जांबाजों की शहादत के बाद मिली थी तोतलिंग पर जीत, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल मोहिंदर पुरी से जानें किस्सा
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल मोहिंदर पुरी ने एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में इस पोस्ट पर किस तरह टू राजपूताना ब्रिगेड ने कब्जा किया था इसका जिक्र किया है।
जनरल करियप्पा के सम्मान में मनाया जाता है हर साल ‘सेना दिवस, पाक सेना के जनरल इनका नाम सुनकर ही पीछे हट जाते थे
सेना दिवस के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष दिल्ली छावनी के करिअप्पा परेड ग्राउंड में परेड निकाली जाती है, जिसकी सलामी थल सेनाध्यक्ष लेते हैं।
कोरोना काल में संजीवनी बना भारतीय वायुसेना का C-17 विमान, ऐसे बचा रहा लोगों की जिंदगी
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के विमान सी-17 कोरोना से लड़ रहे लोगों की मदद के लिए विदेशों से ऑक्सीजन दवाइयां और कोरोना से राहत दिलाने वाले बाकी सामान लाने में जुटे हुए हैं।