Indian Army

खतरों के बीच सेना इन आतंकियों के ठिकानों में सर्च ऑपरेशन को अंजाम देती है। सर्च ऑपरेशन काफी विश्वसनीय सूत्रों से हासिल इनपुट यानी सूचनाओं के आधार पर किए जाते हैं।

सेना (Indian Army) का ये मिशन स्थानीय लोगों के मन में सेना के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ा रहा है और कमजोर तबके के लोगों की मदद कर रहा है।

भारत के सैनिक सीमा पर देश की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते। अपनी जान की बाजी लगाकर सैनिकों ने कई मौकों पर इस बात को साबित भी किया है। सैनिकों के अंदर देश के लिए कुछ कर जाने का एक जज्बा होता है।

युद्ध में सेना के मात्र 120 जवानों ने दुश्मन देश के 38 पैटन टैंक को ध्वस्त कर दिया था। वह भी तब जब पाक आर्मी के कम से कम 2 हजार जवानों से उनका मुकाबला था।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की तीन दिन की लद्दाख यात्रा पूरी होते ही चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) हिमाचल प्रदेश में LAC के दौरे पर पहुंचे।

सेना हमेशा की तरह अलर्ट पर थी और इस पनडुब्बी के जरिए भारत को होने वाले नुकसान से पहले हमारे दो पोत आईएनएस खुखरी और कृपाण इसे नष्ट करने निकल पड़े थे।

वीर भोग्य वसुंधरा, यानी वीर अपने शस्त्र की ताकत से ही मातृभूमि की रक्षा करते हैं। इस रेजीमेंट की भारत-पाक युद्ध 1948, 1965,1971 और 1999 में भूमिका रही है।

राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने पूर्वी लद्दाख की एक अग्रिम चौकी पर सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत बातचीत के माध्यम से पड़ोसी देशों के साथ विवादों को सुलझाना चाहता है।

जम्मू एयरपोर्ट के एयरपोर्ट स्टेशन (Air Force Station) पर हमले के लिए लाइट ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। जिसने हमले के लिए एलओसी के नजदीक मंगला से ड्रोन ने उड़ान भरी थी।

जब कोई विमान किसी देश की सीमा पार कर उनके हवाई क्षेत्र में गश्त लगाने लगता है तो इसे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करार दिया जाता है।

दुश्मन के सामने हम किसी भी तरह कमजोर साबित न हो इसके लिए पूरा दमखम लगा दिया गया था। कारगिल की पहाड़ी विश्व की सबसे ऊंची पहाड़ियों में गिनी जाती है।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के बारामूला पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल (Swarnim Vijay Mashal) ने भारतीय सैनिकों की 1971 के युद्ध की यादों को ताजा कर दिया। मशाल के बारामूला पहुंचने पर वहां उसका भव्य स्वागत किया गया।

भारत और चीन के बॉर्डर पर हालात अभी भी सामान्य नहीं हैं। इसका ताजा उदाहरण ये है कि भारत ने कम से कम 50 हजार सैनिकों को चीनी बॉर्डर के पास भेजा है।

Drones: जम्मू कश्मीर में आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। आतंकियों ने एक बार फिर ड्रोन से सैन्य ठिकाने पर हमला करने की कोशिश की है।

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के शोपियां में 25 जून को एक आतंकी (Terrorist) ने सेना (Indian Army) के सामने सरेंडर (Surrender) कर दिया। जिस आतंकी ने सरेंडर किया है।

भारत को 1947 में अंग्रेजों से आजादी के बाद अपनी थलसेना, वायुसेना और नौसेना मिली। सेना आजादी के बाद लड़े गए हर युद्ध में अहम भूमिका निभाते हुए दुश्मनों से टक्कर ली और जीत भी दिलाई।

इस बीच चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे का एक बयान भी सामने आया है। उन्होंने बताया कि इस समय घाटी में करीब 200 आतंकी हैं।

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