भारतीय सेना सर्च ऑपरेशन चलाकर करती है आतंकियों का सफाया, जानें कितना होता है जोखिम

खतरों के बीच सेना इन आतंकियों के ठिकानों में सर्च ऑपरेशन को अंजाम देती है। सर्च ऑपरेशन काफी विश्वसनीय सूत्रों से हासिल इनपुट यानी सूचनाओं के आधार पर किए जाते हैं।

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Indian Army: खतरों के बीच सेना इन आतंकियों के ठिकानों में सर्च ऑपरेशन को अंजाम देती है। सर्च ऑपरेशन काफी विश्वसनीय सूत्रों से हासिल इनपुट यानी सूचनाओं के आधार पर किए जाते हैं।

भारतीय सेना ढेरों खतरों के बीच देश की रक्षा करने में जुटी रहती है। सेना के जवान कई मौकों पर जान की बाजी लगाकर दुश्मनों का सामना करते हैं। भारत में आतंकवाद की समस्या काफी बड़े स्तर पर है। कश्मीर में तो यह काफी ज्यादा है। वहां लगातार ऐसे मामले सामने आते हैं जब आतंकवादियों द्वारा सेना के जवानों को टारगेट किया जाता है।

कश्मीर और सीमा पर कई कुख्यात आतंकी गुपचुप तरीके से भारत के खिलाफ साजिश रचते हैं। सेना इन आतंकवादियों को पकड़ने या शूट करने के लिए काफी चालाकी से प्लान बनाती है। आतंकवादी जितना कुख्यात होगा उतनी ही बड़ी जानकारी उससे हासिल होगी।

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कई मौकों पर सैन्य कार्रवाई कर ऐसे कुख्यात आतंकियों को सेना द्वारा ढेर भी किया गया है। खतरों के बीच सेना इन आतंकियों के ठिकानों में सर्च ऑपरेशन को अंजाम देती है। सर्च ऑपरेशन काफी विश्वसनीय सूत्रों से हासिल इनपुट यानी सूचनाओं के आधार पर किए जाते हैं।

जैसे ही कुख्यात आतंकियों तक पहुंचा जाता है तो उन्हें पहले अलर्ट किया जाता है कि अगर वे बिना फायरिंग के सरेंडर करना चाहें तो कर सकते हैं। लेकिन जब वह नहीं मानते तो सेना उन पर फायरिंग करती है। 

सर्च ऑपरेशन आतंकवाद प्रभावित एरिया में कंडक्ट किया जाता है। सर्च ऑपरेशन सफल होने के बाद सेना द्वारा आतंकियों के ठिकाने से हथियार, गोला बारूद और डाक्यूमेंट्स बरामद कर कब्जे में लिए जाते हैं।

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