दोनों उग्रवादी किसी नक्सली घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। एसडीपीओ के अनुसार, गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों के पास से देशी पिस्टल, टीपीसी का प्रतिबंधित पर्चा और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।

यह सारी कवायद नक्सलियों को कमजोर करने की है। 10 लाख इनामी जोनल कमांडर मृत्युजंय भुईयां उर्फ अवधेश जी ने अपने परिजनों के नाम पर अचल संपत्ति बना रखी थी। सूचना पर प्रशासन की ओर से उसे जब्त कर लिया गया।

रांची समेत झारखंड के कई जिलों के थानों में इस उग्रवादी पर केस दर्ज थे। यह उग्रवादी एक बार फिर रांची में किसा बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में था। लेकिन इससे पहले की वो अपने मकसद में कामयाब हो पाता वो चढ़ गया पुलिस के हत्थे।

पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सदस्य जयनारायण उर्फ सिपाही जी को हरिहरगंज थाना क्षेत्र के अररुआ गांव से गिरफ्तार कर लिया है।

कुख्यात नक्सली महाराज प्रमाणिक के करीबियों को दबोचने के बाद अब ऐसा लग रहा है कि पुलिस नक्सलियों के बड़े राज बेपर्दा करने में कामयाब हो जाएगी।

यहां नक्सली किस कदर बेलगाम थे इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यहां कभी नक्सली हथियारों की मंडी सजाते थे। बीच सड़क पर चादर या कोई अन्य सामान बिछा कर नक्सली अपने हथियार यहां खुलेआम सजा कर रखते थे।

नक्सलियों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले इलाकों में 30 नए पुलिस कैंप खोले जाएंगे। पहले से 22 कैंप हैं। पहले चरण में 780 और दूसरे चरण के लिए 751 गांवों का चयन किया गया है।

झारखंड के लातेहार जिले के लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में एक टीपीसी नक्सली को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही पुलिस ने एक बड़े नक्सली कैंप को भी ध्वस्त कर दिया।

झारखंड पुलिस को अगस्त में ही बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और झारखंड पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर 2 कुख्यात नक्सलियों को धर दबोचा है।

क्सली ललिता देवी के खिलाफ न्यायालय से वारंट जारी किया गया था। जिस पर कार्रवाई करते हुए लोहरदगा पुलिस ने गुमला पुलिस के सहयोग से 26 जुलाई की सुबह गुमला जिले के रायडीह थाना क्षेत्र से ललिता को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।

नक्सल प्रभावित लातेहार जिले में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक और बड़ी सफलता हासिल की है। बीते बुधवार (24जुलाई) को पुलिस ने तीन बड़े नक्सलियों को गिरफ्तार किया।

झारखंड में नक्सली दौलत कमाने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं। अब खबर है कि बाहर के राज्यों से आए प्रतिबंधित नक्सली संगठन के सदस्य यहां के स्थानीय नक्सलियों से संपर्क कर धन उगाही कर रहे हैं।

पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ अपराधी बोंगादांग में किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने के की फिराक में हैं। जानकारी के आधार पर नक्सलियों को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम गठित की गई।

पुलिस-प्रशासन ने उसके सिर पर 25 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। झारखंड के लातेहार जिले के इस 25 लाख के इनामी माओवादी का नाम सुजीत है।

झारखंड के रामगढ़ जिले में सड़क निर्माण कंपनी में कार्य कर रहे एक गार्ड को 17 जुलाई की देर रात नक्सलियों ने अपहरण कर लिया। 3 दिन बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

गोली लगने से तीन उग्रवादियों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक अन्य उग्रवादी को भी गोली लगी है। जिसे दस्‍ते के सदस्‍य उठाकर अपने साथ घने जंगलों की ओर ले गए। बता दें कि पहली बार लोहरदगा में पुलिस के साथ मुठभेड़ की घटना में जेजेएमपी के नक्सली मारे गए हैं।

प्रशासन की सख्ती की वजह से नक्सलियों को लेवी लेने में बहुत कठिनाइयां हो रही हैं। पुलिस की देखरेख में कई कंस्ट्रक्शन कंपनियां भी नक्सल प्रभावित इलाकों में बेखौफ होकर विकास का कार्य कर रही हैं। लेवी ना मिलने से नक्सली संगठन जबरदस्त आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं।

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