झारखंड: नक्सलियों की गिरफ्त में कंस्ट्रशन कंपनी का गार्ड, 3 दिन बाद भी नहीं मिला सुराग

झारखंड के रामगढ़ जिले में सड़क निर्माण कंपनी में कार्य कर रहे एक गार्ड को 17 जुलाई की देर रात नक्सलियों ने अपहरण कर लिया। 3 दिन बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

झारखंड, उग्रवादी संगठन टीपीसी, नक्सलियों ने दी जान से मारने की धमकी, झारखंड पुलिस, कंस्ट्रक्शन कंपनी का गार्ड अगवा, नक्सली अपहरण, अपहरण नक्सली

नक्सलियों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के गार्ड को अगवा किया।

झारखंड में जून और जुलाई महीने में उग्रवादी संगठन टीपीसी ने कई जगहों पर लेवी की मांग को लेकर डराया धमकाया और इसके लिए कई नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया। इसी क्रम में झारखंड के रामगढ़ जिले में सड़क निर्माण कंपनी में कार्य कर रहे एक गार्ड को 17 जुलाई की देर रात नक्सलियों ने अपहरण कर लिया। बताया जाता है कि सड़क निर्माण कंपनी क्लासिक इन जी कॉम द्वारा रामगढ़ जिले के चितरपुर से रजरप्पा चिन्मस्तिका मंदिर तक फोरलेन का कार्य करवाया जा रहा है। इसी कंपनी में राजू नाम का व्यक्ति गार्ड के रूप में कार्यरत था। उस दिन वह रजरप्पा जाने वाले रास्ते में सांडी से कुछ दूर आगे अपने साथी गार्ड परमेश्वर साव के साथ ड्यूटी निभा रहा था।

इसी दौरान लगभग 10 की संख्या में पहुंचे टीपीसी के उग्रवादियों ने राजू को कब्जे में ले लिया। वह उसके साथ मौजूद दूसरे गार्ड को एक पर्चा थमा कर चले गए। नक्सलियों ने दूसरे गार्ड को कहा कि ठेकेदार को यह परचा दे देना तथा इस पर्चे में लिखे मोबाइल नंबर पर संपर्क करने को कहना। उन्होंने गार्ड को धमकाते हुए यह भी कहा कि अगर कंपनी हम लोगों से संपर्क नहीं करती है तो काम करना बंद करवा देना नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहना। इस घटना की जानकारी रामगढ़ के एसडीपीओ राधा प्रेम किशोर को मिली। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, किसी भी सूरत में अपहृत गार्ड को सुरक्षित लाने का पुलिस भरसक प्रयास कर रही है। जगह-जगह गुप्तचरों को लगा दिया गया है। टीपीसी के उग्रवादियों द्वारा अपहृत गार्ड राजू चितरपुर प्रखंड अंतर्गत सेवई दक्षिणी पंचायत का रहने वाला है। इधर पुलिस भी जोर-शोर से टीपीसी के उग्रवादियों के चंगुल से राजू को छुड़ाने की कोशिश में लगी है। लेकिन अब तक पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली है।

बताया जाता है कि क्लासिक इंडिकॉम कंस्ट्रक्शन कंपनी के साइट पर टीपीसी के उग्रवादियों द्वारा 2019 के फरवरी माह में भी हमला किया गया था। जिसमें इन उग्रवादियों ने कंपनी के 10 वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद इस घटना में भी लेवी की मांग टीपीसी उग्रवादियों द्वारा कंपनी से किया गया था। परंतु कंपनी ने लेवी देने से मना कर दिया था। जिसके बाद नक्सलियों ने कंपनी के 10 वाहनों को आग के हवाले कर लगभग 5 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया था।

छत्तीसगढ़: बड़ी वारदात की साजिश रच रहे थे नक्सली, पुलिस ने 5 को धर दबोचा

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें