Naxalism

जंगलों में छानबीन कर रहे सुरक्षाबलों को देखते ही नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवानों की जवाबी कार्रवाई से एनकाउंटर (Naxal Encounter) की शुरुवात हुई।

गौरतलब है कि दक्षिण बस्तर में दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले आते हैं। अधिकारियों ने नक्सलियों (Naxalites) के आंध्र प्रदेश स्ट्रेन से संक्रमित होने की संभावना जताई है।

सूत्रों से जानकारी मिली थी कि टंडवा थाना क्षेत्र के गोंदा पहाड़ी पर टीएसपीसी के भीखन गंझू व आक्रमण गंझू के नेतृत्व में 15-20 की तादात में नक्सली इकट्ठा हुये हैं और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में लगे हैं।

मिलिशिया कमांडर नरेश के उपर एक लाख रुपए का इनाम है जबकि मिलिशिया सदस्य संपत मंडावी और रामा बघेल के उपर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित है।

पुलिस गिरफ्त में आये इन नक्सलियों (Naxals) ने अपना नाम मड़कम नंदा, मड़कम रिंकू, वंजामी जोगा, पदाम संतोष निवासी बगड़ेगुड़ा बताया। इन्होंने कई सालों से नक्सल संगठन में काम करने की बात स्वीकारी।

पुलिस इन नक्सलियों (Naxalites) से पूछताछ कर रही है। इन नक्सलियों के पास से एक देसी कार्बाइन, नौ मिमि की गोलियां, बारूद, नक्सली साहित्य आदि सामग्री भी बरामद किया गया है।

झारखंड में चलाए जा रहे तमाम नक्सल विरोधी अभियानों से नक्सली संगठन बौखलाए हुए हैं और इसीलिए नक्सलियों (Naxalites) ने सोनुआ से चक्रधरपुर के बीच रेलवे ट्रैक को उखाड़ दिया।

Naxalism: यूनीफाइड आंध्र प्रदेश में 2011 से और विभाजन के बाद 2014 से, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में माओवादियों से संबंधित अपराधों में भारी कमी आई है।

जिला पुलिस और राज्य एसटीएफ के संयुक्त अभियान में ये कामयाबी मिली है। पुलिस गिरफ्त में आई ये कुख्यात महिला नक्सली कई बार पुलिस मुठभेड़ में शामिल रही है।

Naxalites: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान जारी है। बस्तर में बड़े पैमाने पर नक्सल अभियान चलाए जा रहे हैं।

174वीं बटालियन के कमांडेंट डॉ प्रेमचंद ने कहा कि सारंडा में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने नक्सलियों (Naxalites) को भी अगाह करते हुए कहा कि नक्सली या तो सरेंडर करें या फिर परिणाम भुगतने को तैयार रहें।

ये हमला इतना हृदयविदारक था कि खुद देश के गृहमंत्री को अपना चुनावी दौरा बीच में छोड़कर दिल्ली जाना पड़ा। इस घटना से आहत गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलियों (Naxalites) के इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की।

भारत की आंतरिक सुरक्षा को बनाए रखना कोई आसान काम नहीं हैं। तेर्रम के जंगलों में हुई नक्सली मुठभेड़ में CRPF, DRG और STF के 22 जवान शहीद हो गए।

नक्सली (Naxali) राम बाबू सहनी सीतामढ़ी, शिवहर व पूर्वी चंपारण जिले में दर्जनों नक्सली वारदातों में शामिल था। साव 2008 में शिवहर जिले के तरियानी छपरा में नक्सलियों ने राणा सिंह समेत चार लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में हमारे 22 जनाव शहीद हो गए और 31 जवान घायल हो गए थे। इसके अलावा, नक्सलियों (Naxalites) ने इस दौरान CRPF के एक जवान को अगवा कर लिया था।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)  के बीजापुर में 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में 22 जवान शहीद हो गए। इस हमले ने पूरे देश को दहला कर रख दिया है।

शहीद बब्लू पिछली वर्ष दिसंबर में घर आये थे, तब उन्होंने अपने सपनों का आशियाना बनवाने का काम शुरू करवाया था, ऐसे में उनके चले जाने के बाद वो काम भी अधूरा रह गया।

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