बिहार: एसटीएफ टीम को मिली बड़ी कामयाबी, सालों से फरार नक्सली जोनल कमांडर को धर-दबोचा

नक्सली (Naxali) राम बाबू सहनी सीतामढ़ी, शिवहर व पूर्वी चंपारण जिले में दर्जनों नक्सली वारदातों में शामिल था। साव 2008 में शिवहर जिले के तरियानी छपरा में नक्सलियों ने राणा सिंह समेत चार लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी।

Naxalites

प्रतीकात्मक तस्वीर

बिहार की राजधानी पटना में राज्य की स्पेशल टॉस्क फोर्स टीम के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है। एसटीएफ टीम ने शनिवार की शाम तरियानी थानाध्यक्ष शोभाकांत पासवान की मदद से मुज्जफरपुर के शिवहर के औरा मलिकाना गांव में छापेमारी कर सालों से फरार नक्सली (Naxali) जोनल कमांडर राम बाबू सहनी को से हिरासत में लिया है।

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एसटीएफ नक्सली (Naxali) राम बाबू सहनी की गिरफ्तारी को एक बड़ी कामयाबी के रूप में देख रही है। क्योंकि पिछले कई सालों से सुरक्षा एजेंसियों को नक्सली राम बाबू की तलाश थी। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।

एसटीएफ और तरियानी थाने की पुलिस ने राम बाबू सहनी को उसके घर से ही धर-दबोचा। जिसके बाद ये टीम राम बाबू सहनी को अपने साथ लेकर पटना आई। 

गौरतलब है कि नक्सली (Naxali) राम बाबू सहनी सीतामढ़ी, शिवहर व पूर्वी चंपारण जिले में दर्जनों नक्सली वारदातों में शामिल था। साल 2008 में शिवहर जिले के तरियानी छपरा में नक्सलियों ने राणा सिंह समेत चार लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। वहीं डुब्बाघाट में निर्माणाधीन पुल उड़ा दिया था। दोनों वारदातों में रामबाबू सहनी शामिल था।

इसके अलावा बतौर जोनल कमांडर राम बाबू ने तरियानी छपरा व तरियानी थाना क्षेत्र में कई नक्सली वारदातों को अंजाम दिया था। राम बाबू औरा मलिकाना निवासी कुख्यात नक्सली लालबाबू सहनी उर्फ भास्कर उर्फ प्रलय का सहयोगी रह चुका है।

लाल बाबू सहनी की गिरफ्तारी के बाद उसने इलाके में संगठन की कमान थाम रखी थी। हालांकि, 2013 के बाद संगठन के कमजोर होने के चलते वह शिवहर से फरार हो गया था और तभी से पुलिस उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी।

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