Naxal Attack

एक तरफ नक्सली जवानों और आम लोगों के खून के प्यासे हैं, उनकी जान के दुश्मन बने हुए हैं तो दूसरी तरफ सुरक्षाबल के जवान आम जनता की सहायता में हर समय तत्पर हैं।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के गमपुर के जंगलों में 19 मार्च को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ (Naxal Encounter) हुई। इस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया।

सीआरपीएफ (CRPF) झारखंड सेक्टर के आइजी राजकुमार मिश्रा, सेना से सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर सुशील कुमार शर्मा और सीआरपीएफ कमांडेंट कैलाश प्रसाद ने 19 मार्च को संयुक्त रूप से संवाददाताओं को संबोधित किया।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में दो नक्सलियों (Naxals) को गिरफ्तार किया।

नक्सलवाद को उखाड़ फेंकने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि देशभर में नक्सली हिंसा में कमी आई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, नक्सली घटनाओं (Naxal Violence) में 38% से अधिक की कमी आई है।

गलती हर इंसान से होती है, पर गलती का एहसास कर उसे सुधारना सबसे बड़ी बात होती है। अगर दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो इंसान बड़ी से बड़ी गलती सुधार सकता है, भटके हुए राह से सही रास्ते पर वापस आ सकता है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में 19 मार्च को सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ (Naxal Encounter) हुई।

एक ऐसी सड़क जो अभी भी नक्सलियों के कब्जे में है। हमारे बहादुर जवान दिन-रात इस सड़क को नक्सलियों (Naxals) के कब्जे से मुक्त कराने में जुटे हुए हैं।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित राजनांदगांव जिले में एक कुख्यात नक्सली दम्पत्ति (Naxali Couple) ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा की डीआरजी और किरंदुल थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर एक नक्सली (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया।

नक्सलवाद (Naxalism) को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा की पुलिस ने नई मुहिम शुरू की है।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने दो नक्सलियों (Naxals) को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया।

झारखंड के पलामू प्रमंडल के चंदवा थाना क्षेत्र में 16 फरवरी को पुलिस और उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंड ऑफ इंडिया के नक्सलियों (PLFI Naxals) के बीच मुठभेड़ हुई।

छत्तीसगढ़ का बस्तर इलाका लाल आतंक का गढ़ रहा है। दशकों से यह इलाका नक्सलियों (Naxalites) की दहशत के साए में है। यहां के कई इलाके ऐसे हैं जहां लोगों तक शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं पहुंच पाई हैं।

हजारीबाग के नक्सल प्रभावित इलाके में नक्सली, एक महिला के सिर्फ नाम से ही थर्राते हैं। यह महिला इन इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ बेधड़क लोहा लेती हैं और उन्होंने इनका जीना दुश्वार कर रखा है।

अदालत में इस नक्सली के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले लिहाजा वो कोर्ट से छूट गया। लेकिन इसके बावजूद भी यह हार्डकोर नक्सली खुली हवा में सांस नहीं ले सकेगा।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने 15 मार्च को सीआरपीएफ (CRPF) कैंप के पास हमला कर दिया। करीब 45 मिनट चली मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से भाग निकले।

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