नक्सलवाद के खात्मे के लिए दंतेवाड़ा पुलिस चला रही ‘नन लोन वायम तन’ मुहिम

नक्सलवाद (Naxalism) को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा की पुलिस ने नई मुहिम शुरू की है।

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नक्सलियों (Naxali) को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा की पुलिस ने नई मुहिम शुरू की है।

नक्सलवाद (Naxalism) को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा की पुलिस ने नई मुहिम शुरू की है। स्थानीय बड़े नक्सली (Naxali) लीडरों के आत्मसमर्पण के लिए पुलिस उनके घर जाकर परिजनों से बात कर रही है। पुलिस नक्सलियों के परिवार वालों और गांव के लोगों के साथ मिलकर आत्मसमर्पण के लिए नक्सलियों को प्रेरित कर ही है।

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छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली कमांडर के गांव पहुंचे एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव।

पुलिस की ‘नन लोन वायम तन’ मुहिम: इस मुहिम को पुलिस ने गोंडी में ‘नन लोन वायम तन’ नाम दिया है, जिसका मतलब है- ‘घर वापस आ रहा हूं’। दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने इस अनोखे पहल की शुरूआत कटेकल्याण ब्लॉक के पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली के घर पहुंचकर की है।

एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के मुताबिक, इस पहल का उद्देश्य भटके हुए लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने के साथ ही इलाके का विकास करना है। इसके तहत पुलिस ऐसे नक्सली (Naxali) लीडरों के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात कर रही है। इसके अलावा परिजनों की जरूरतों को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।

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एलजीएस कमांडर के घर पहुंचे एसपी: पिछले दिनों एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ऐसे ही पांच लाख रूपये के इनामी नक्सली (Naxali) लीडर एलजीएस कमांडर बुधरा सोढ़ी के घर बड़ेगुडरा पहुंचे थे। एसपी और जवानों ने काफी समय बुधरा के परिजनों और ग्रामीणों के साथ बिताया। इस दौरान उन्होंने लोगों को बताया कि सरकार किस तरह बुधरा को लाभ देगी।

सरकार परिजनों की सुरक्षा के साथ ही गांव के विकास में सहयोग करेगी। इस दौरान गांव में सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को जरूरत के सामान भी भेंट किए गए। बता दें कि एलजीएस कमांडर बुधरा सोढ़ी के सिर पर प्रशासन की ओर से पांच लाख रूपये का इनाम घोषित है।

यह राशि उसे समर्पण के बाद मिलेगी। इससे पहले ही बुधरा के पिता को पुलिस ने दस हजार रूपये का नगद सहयोग किया है। साथ ही बच्चे व परिजनों को कपड़े, पाठ्य और खेल सामग्री दी गई।

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हर तरह से सहयोह करेगा प्रशासन: नक्सलवाद (Naxalism) के खात्मे के लिए चलाई जा रही ‘नन लोन वायम तन’ मुहिम के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली (Naxali) को इनाम की राशि तो मिलेगी ही, साथ ही सरकार के सभी योजनाओं का लाभ परिजनों को दिया जाएगा। उस गांव में विकास कार्य होंगे। समर्पण करने वाले नक्सली के बच्चे, भाई-बहनों को पढ़ाई, शिक्षा, स्वास्थ्य में पूरा सहयोग सरकार और प्रशासन की ओर से किया जाएगा।

यदि कोई पढ़ाई के लिए बाहर जाना चाहता है, तो उसे पूरे संरक्षण के साथ हॉस्टल आदि की सुविधा भी दी जाएगी। इसके अलावा किसी बीमार हैं तो इलाज करवाया जाएगा। साथ ही दुकान या व्यवसाय करना चाहते हैं तो बैंक कर्ज और अनुदान दिलवाया जाएगा। इतना ही नहीं, शादी-विवाह में भी सहयोग दिया जाएगा।

दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के मुताबिक, “नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने ‘नन लोन वायम तन’ कार्यक्रम दंतेवाड़ा पुलिस ने शुरू किया है। इसमें पुनर्वास योजना का पूरा लाभ नक्सली लीडर और परिजनों को दिया जाएगा। साथ ही, उसके गांव के विकास के लिए प्रशासन के साथ मिलकर कार्य किया जाएगा।”

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