Jammu and Kashmir

Jammu and Kashmir: 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35A को निरस्त कर दिया था और राज्य का पुनर्गठन कर उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था।

बीते कुछ समय से आतंकी लगातार नेताओं को अपना निशाना बना रहे हैं। इससे पहले 8 जून को भी आतंकियों ने लरकीपुरा इलाके के सरपंच और कांग्रेस के सदस्य अजय पंडित की हत्या कर दी थी।

बीते बुधवार को अचानक ही जीसी मुर्मू ने इस्तीफा दे दिया और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसे स्वीकार कर लिया।

अनुच्छेद-370 के हटाए जाने के एक साल होने पर आतंकी किसी बड़े हमले की फिराक में हैं। मंगलवार को पुलवामा जिले के काकापोरा में आतंकियों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में अब तक मारे गए आतंकियों का प्रतिशत 88 फीसदी है जोकि 2019 में 79 फीसदी था।

आतंकियों की कायरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने जवान की कार को भी आग लगा दी। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद पुलिस और सेना मौके पर पहुंची।

जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) सीआरपीएफ ने ईद के विशेष मौके पर 1000 परिवारों में खाने के पैकेट बांटे हैं। किसी भी सहायता के लिए 24x7 14411 पर काल करें।

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों द्वारा लगातार आतंकवादियों के मारे जाने से आतंकी घटनाएं कम हुई हैं। साल 2019 में जनवरी से जुलाई के बीच 188 आतंकी घटनाएं हुईं थी, जबकि 2020 में इस दौरान 120 घटनाएं ही हुईं हैं।

सीमा पार से आतंकी घुसपैठ में सफल नहीं हो पा रहे हैं इसलिए स्थानीय पढ़े-लिखे बेरोजगार कश्मीरी नौजवानों को गुमराह करके आतंकवाद (Terrorism) के नरक में धकेला जा रहा है।

जम्मू कश्मीर पुलिस इन युवकों से पूछताछ कर रही है। तीनों युवकों के पास से आपत्तिजनक सामग्रियां भी बरामद हुई हैं।

इस नए आतंकी संगठन को लकर सिक्योरिटी एजेंसियां अलर्ट पर हैं। मीडिया के पास जो वीडियो आया है उसमें एक आतंकी कुर्सी पर बैठा दिख रहा है और दो आतंकी उसके पीछे खड़े हैं।

बडगाम जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। खुफिया सूत्रों से मिले पुख्ता इनपुट के आधार पर पखेरपोरा इलाके से आतंकियों के तीन मददगारों (Terrorists Associates) को गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों कुख्यात आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के मददगार बताए जा रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) पुलिस ने जम्मू में टेरर फंडिंग मॉड्यूल (Terror Funding Module) का भंडाफोड़ किया है। पुलिस को इस बात की खुफिया सूचना मिली थी कि कश्मीर में आतंकियों (Terrorists) के लिए पाकिस्तान से हवाला के जरिए फंडिग की जा रही है।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के शोपियां (Shopian) में 18 जुलाई की सुबह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ (Terrorist Encounter) हो गई। इस दौरान सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों (Terrorists) को ढेर कर दिया है। घाटी में पिछले 24 घंटों में यह दूसरी मुठभेड़ है।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के कुलगाम (Kulgam) इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ (Terrorist Encounter) में एक आईईडी एक्सपर्ट (IED Expert) समेत तीन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के आतंकियों (Terrorists) को ढेर कर दिया गया।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के अनंतनाग के श्रीगुफवाडा में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों (Terrorists) को मार गिराया है। कश्मीर जोन पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ था।

ऑपरेशन के दौरान सेना को बड़ी कामयाबी हाथ लगी और एक साथ तीन आतंकवादी को मौके पर ही ढेर कर दिया गया। सेना ने काउंटर ऑपरेशन में आतंकियों को मार गिराया।

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