BSF

पाकिस्तानी ड्रग तस्कर के पास से प्लास्टिक पाइप का एक टुकड़ा, एक मोबाइल फोन और 210 पाकिस्तानी रुपये भी बरामद हुये हैं।

पाकिस्तान (Pakistan) अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ताजा मामला ये है कि वो लगातार भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश में लगा हुआ है।

भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा (India-Pakistan International Border) पर स्थित जैसलमेर जिले में मंगलवार शाम को सेना की पोखरण फायरिंग रेंज (Army's Pokaran Firing Range) में बड़ा हादसा हो गया।

बीएसएफ के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने अपने जवानों की क्षमता को बढ़ाने के लिए एमईआरयू कैंप में नवनिर्मित बीओएसी कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया, जो बीएसएफ जवानों को ट्रेनिंग प्रदान कर रहा है।

सरहद पर दुश्मन सुरंग के जरिए हमारे देश में दाखिल होकर बड़ा हमला करने की फिराक में रहते हैं। ऐसे कई मामले सामने आते रहते हैं जिनमें सुरंग के जरिए भारतीय सरजमीं पर आने में दुश्मनों ने कामयाबी हासिल की हो।

उत्तर 24 परगना जिले में बॉर्डर से अवैध तरीके की घुसपैठ की कोशिश कर रही एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया गया है।

घाटी में आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है। इस बीच खबर मिली है कि राजौरी जिले में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 2 कांस्टेबल गुरुवार की देर शाम एक शिविर से लापता हो गए हैं।

हेड कांस्टेबल सतीश कुमार मूल रूप से हरियाणा के हिसार के जामनी खेड़ा गांव के रहने वाले थे। उनका पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा।

सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने 23 जनवरी को जम्मू के हीरानगर सेक्टर के पानसर इलाके में आतंकियों की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी। BSF ने इलाके में एक और सुरंग का पता लगाया है।

ताजा मामला ये है कि 14 जनवरी को BSF ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को मार गिराया है। ये घुसपैठिया भारतीय सीमा में गुरुदासपुर सेक्टर में घुस आया था।

BSF को मिली इस सुरंग की लंबाई करीब 150 मीटर है और इसमें सीमेंट की बोरियां बरामद हुई हैं। ये सीमेंट की बोरियां पाकिस्तान के कराची की हैं।

बीएसएफ की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बॉर्डर आउट पोस्ट सोलक, 107 बटालियन, के जवान 11 जनवरी को गेट नंबर 37 पर चेकिंग कर रहे थे।

बीएसएफ विशेषकर पश्चिमी सीमा और पूरब में बांग्लादेश सीमा पर काफी एक्टिव है। भारत का एकमात्र सशस्त्र बल है जिसके अपना हवाई, समुद्री विंग और आर्टिलरी विंग है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में हमारे वीर सपूतों ने पाकिस्तानी सेना के जवानों को हर मोर्चे पर विफल साबित किया था। पाकिस्तान सेना के 93 हजार सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर कर अपनी हार को स्वीकार किया था।

बीएसएफ द्वारा ये कार्रवाई बुधवार-गुरुवार देर रात करीब ढाई बजे की गई है। बीएसएफ के सूत्रों का कहना है कि अब इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा।

उस समय राकेश के घर में गमों का पहाड़ टूट पड़ा था और सबका रो-रोकर बुरा हाल था। लेकिन राकेश की शहादत के ठीक एक महीने बाद उनके घर में एक बार फिर खुशियां लौटी हैं।

एसआई राकेश कुमार का अंतिम संस्कार अबरोल नगर के श्मशान घाट में हुआ। माधोपुर से आई 121 बटालियन की सैन्य टुकड़ी ने पूरी सैन्य प्रकिया के साथ उनका संस्कार किया और उन्हें सलामी दी।

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