BSF

जम्मू के बारी-ब्राह्मण, चिलाद्या और गगवाल क्षेत्रों में गुरुवार रात करीब 8 बजे संद‍िग्‍ध पाकिस्तानी ड्रोन (Drones) देखे गए। पहले से ही अलर्ट सुरक्षाबलों ने फौरन मोर्चा संभाल लिया

Jammu and Kashmir: जिस वक्त बादल फटा उस समय कोई भी श्रद्धालु गुफा के अंदर मौजूद नहीं था। केवल श्राइन बोर्ड के कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी वहां मौजूद हैं।

सीमा सुरक्षाबल (BSF) के जवान देश की सरहदों की सुरक्षा करने के साथ ही नागरिकों की हर संभव मदद करते हैं। कोरोना काल में भी BSF के जवानों ने लोगों की हर तरह से मदद की। उन्हें जरूरत के समान पहुंचाने से लेकर मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराने तक, जवानों ने दोहरी जिम्मेदारी निभाई है।

सतवारी के एयर फोर्स स्टेशन और पास के ही मशहूर पीर बाबा की दरगाह के ऊपर एक के बाद एक दो ड्रोन (Drone) उड़ते दिखाई दिए। इसने फिर पाक की भारत विरोधी कुत्सित चालों व बदनियति को बेनकाब किया है।

भारत-बांग्लादेश सीमा पहाड़ों, मैदानों, जंगलों और नदियों से होकर गुजरती है। ये सरहदी इलाके सघन आबादी वाले हैं और इसकी सुरक्षा का जिम्मा सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ के पास है।

साल 1971 के युद्ध (War of 1971) की जीत का जश्न मनाने के लिए कश्मीर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) स्वर्णिम विजय मशाल (Swarnim Vijay Mashaal) की शानदार यात्रा से जुड़ा।

रेड क्रॉस सोसाइटी के सहयोग से एसटीसी उधमपुर में विश्व रक्तदान दिवस के मौके पर आयोजित रक्तदान शिविर में बीडब्ल्यूडब्ल्यूए (BSF Wives Wellfare Association) के सदस्यों, BSF अधिकारियों ने अपने बच्चों के साथ भाग लिया।

बीएसएफ (BSF) के जवान सीमा की सुरक्षा के साथ ही देश के लोगों को लेकर भी अपने फर्ज को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। कोरोना (Coronavirus) महामारी के बीच जवान हर मुमकिन मदद पहुंचा रहे हैं।

सीमा सुरक्षा बल (BSF) गुवाहाटी फ्रंटियर के महानिरीक्षक संजय सिंह गहलोत ने भारत-बांग्लादेश सीमा का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां पर मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों और सीमा प्रबंधन का जायजा लिया।

बीएसएफ (BSF) की 07वीं बटालियन के मिजोरम और कछार के कमांडेंट ने बाड़ सीमा के आगे स्थित लफसैल और लातुकंडी गांवों के लोगों को राहत सामग्री वितरित की। वहीं, बीएसएफ की 123वीं बटालियन के जवानों ने मेघालय के सीमावर्ती गांवों में लोगों को जरूरत के सामान पहुंचाए।

जवान के पिता ने बताया कि रामप्रवेश यादव (Rampravesh Yadav) बीते 3 सालों से पश्चिम बंगाल में तैनात थे। 3 दिन पहले ही उनकी तैनाती दूसरी बटालियन में की गई थी।

पाकिस्तान (Pakistan) लगातार जम्मू कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। BSF के जवानों की मुस्तैदी की वजह से वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहा है।

India Pakistan Border: पंजाब के अमृतसर में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक कबूतर के जरिए जासूसी करने का एक मामला सामने आया है। BSF के जवानों ने एक जासूस कबूतर को पकड़ा है।

देश की सीमाओं को सुरक्षित करने की जिम्मेदारी को बखूबी निभाता है BSF यानी सीमा सुरक्षाबल। हमारे जवान कभी 'ऑफ-ड्यूटी' नहीं होते। वे दिन-रात, हर मौसम में सरहद की निगरानी मुस्तैदी से करते हैं।

आरोपी जसपाल ने ही सोशल मीडिया के जरिए हरपाल को अपने जाल में फंसाया था। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को पूछताछ के दौरान हरपाल ने बताया है कि उसे बाद में पता चला था कि जसपाल पाकिस्तान में बैठा है।

बीएसएफ जवान प्रदीप शुक्ला (Pradeep Shukla) अमेठी जिले की तिलोई तहसील क्षेत्र के कुटमरा गांव निवासी थे। शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई थी।

पाक नागरिक बॉर्डर के बाड को पार करने के की कोशिश कर रहा था। उसे रुक जाने की चेतावनी दी गई लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया। उसके बाद, उस पर गोली चलाई गई जिसके कारण वह थोड़ा घायल हो गया

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