BSF ने एक और सुरंग का पता लगाया है। कठुआ जिले के पनसार में बीएसएफ (BSF) की चौकी के पास बॉर्डर पोस्ट नंबर 14 और 15 के बीच 30 फीट गहरी यह सुरंग है।
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने 23 जनवरी को जम्मू के हीरानगर सेक्टर के पानसर इलाके में आतंकियों की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी। BSF ने इलाके में एक और सुरंग का पता लगाया है। कठुआ जिले के पनसार में बीएसएफ (BSF) की चौकी के पास बॉर्डर पोस्ट नंबर 14 और 15 के बीच 30 फीट गहरी यह सुरंग है।
बाड़ के दूसरी तरफ शकरगढ़ जिले में अभियाल डोगरा और किंगरे-डी-कोठे की पाकिस्तानी सीमा चौकी स्थित है। पिछली टनल की तरह ये टनल भी पाकिस्तान के शक्करगढ़ इलाके से निकाली गई, जो जैश मिलिटेंट्स का बड़ा लॉन्चिंग पैड है।
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इस टनल का निर्माण पाकिस्तानी खुफिया विभाग ने आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराने के लिए किया था। BSF द्वारा द्वारा 10 दिनों के अंदर यह दूसरी सुरंग का पता लगाया गया है।
BSF detects another tunnel in the area of Pansar, Jammu today. The tunnel is approx 150 meters long and 30 feet deep. It is pertinent to mention here that BSF had shot down a Pakistani Hexacopter carrying load of weapons & ammunition in June 2020 in the same area: BSF https://t.co/0JA2WK1JTm pic.twitter.com/3PTBb46iI4
— ANI (@ANI) January 23, 2021
बीएसएफ (BSF) की तरफ से इस बात की पुष्टि की गई है। BSF के मुताबिक, खुफिया सूचना के आधार पर बीएसएफ (BSF) की टुकड़ियों ने जम्मू के पानसर इलाके में एक एंटी-टनलिंग ड्राइव के दौरान आज एक 150 मीटर लंबी और 30 फीट गहरी सुरंग का पता लगाया है। यह बीएसएफ द्वारा सांबा, हीरानगर और कठुआ क्षेत्र में पिछले 6 महीनों में खोजी गई चौथी और जम्मू क्षेत्र में 10वीं सुरंग है।
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पाकिस्तान का शंकरगढ़, जोकि बाड़ के पार का इलाका है, जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल कमांडर कासिम जान की देखरेख में चलने वाले आतंकी ट्रेनिंग फैसिलिटी की जगह है। भारतीय खुफिया विभाग का मानना है कि जान जम्मू में 19 नवंबर को हुए नगरोटा एनकाउंटर में शामिल था और साल 2016 के पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले का मुख्य आरोपी भी है। जान भारत में जैश के आतंकवादियों के मुख्य कमांडरों में से एक है।
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह काफी बड़ी है, क्योंकि यह सुरंग कम-से-कम 6 से 8 साल पुरानी लगती है और इसे लंबे समय से घुसपैठ के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा होगा। इसके अलावा, यह एक ऐसी जगह पर स्थित है, जहां 2012 के बाद से एक्शन देखा गया, जब पाकिस्तान ने फॉरवर्ड ड्यूटी प्वाइंट पर भारी गोलाबारी की थी और आसपास के क्षेत्र में जीरो लाइन पर एक नया बंकर बनाया था।”
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बता दें बीएसएफ लगातार पाकिस्तान की हरकतों पर नजर रख रहा है। सेना लगातार आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर रही है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान सुरंगें खोदने के लिए पेशेवर इंजीनियरों की मदद ले रहा है लेकिन भारतीय सेना पाक की हर नापाक कोशिश का मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
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