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भारत में कोरोना (Coronavirus) का कहर जारी है। हर दिन कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड आंकड़े सामने आ रहे हैं। देश में कोरोना के अब 3 लाख 80 हजार 532 केस हो गए हैं। इस वायरस से अब तक 12 हजार 573 मरीजों की मौत हो गई है।

बस्तर में मानसून आने के बाद नमी और बरसात ने नक्सलियों (Naxali) की चिंता में भारी इजाफा कर दिया है इस बीच एक खबर यह भी है कि रायपुर से एक कारोबारी को नक्सलियों को वॉकी-टॉकी सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

सप्रेजी (Madhavrao Sapre) ने अदम्य राष्ट्रीय चेतना, गौरवशाली सांस्कृतिक और साहित्यिक परम्परा के बीच जीवन्त और प्रखर पत्रकारिता का इतिहास रचा। हिन्दी और देशसेवा में आजीवन संलग्न रहनेवाले सप्रेजी के मन में अपनी राष्ट्रभाषा और देश के प्रति समर्पण का भाव कहीं अधिक गहरा है

Today History: मध्य भारत में पत्रकारिता के जनक पं माधवराव सप्रे (19 जून 1871 - 26 अप्रैल 1926) के जन्म दमोह के पथरिया ग्राम में हुआ था। बिलासपुर में मिडिल तक की पढ़ाई के बाद मेट्रिक शासकीय विद्यालय रायपुर से उत्तीर्ण किया।

झारखंड (Jharkhand) के कोडरमा के सतगांव में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ (Naxal Encounter) में जवानों ने एक कुख्यात इनामी नक्सली (Naxali) को मार गिराया गया है। 18 जून दोपहर करीब 2.15 बजे सीआरपीएफ (CRPF) की 22एफ बटालियन और जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में जवानों को यह सफलता मिली।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के अनंतनाग जिले से सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के एक आतंकवादी (Terrorist) को गिरफ्तार किया है। आतंकवादी की पहचान इमरान नबी डार के तौर पर हुई है।

पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में 17 जून की देर रात आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ (Encounter) शुरू हो गई। आतंकियों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) और सेना (Army) ने मोर्चा संभाल लिया। इस मुठभेड़ में एक आतंकी (Terrorist) मारा गया है।

आजादी की लड़ाई की पहली वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई (Rani Lakshmibai) का जन्म 19 नवंबर, 1835 को वाराणसी में हुआ था। पिता का नाम मोरेपन्त था और माता भागीरथी बाई थीं। बचपन में नाम मणिकर्णिका था, प्यार से सब मनु बुलाते थे।

Today History: आजादी की लड़ाई की पहली वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई (Rani Lakshmibai) का जन्म 19 नवंबर, 1835 को वाराणसी में हुआ था। पिता का नाम मोरेपन्त था और माता भागीरथी बाई थीं। बचपन में नाम मणिकर्णिका था, प्यार से सब मनु बुलाते थे।

कोरोना वायरस (COVID-19) की महामारी के इलाज के लिए दवाईयों पर रिसर्च कर रहे ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्हें एक ऐसी दवा मिली है जिससे इस खतरनाक वायरस के संक्रमण से मरीजों को बचाया जा सकता है।

यह बात पिछले कई सालों से सामने आ रही थी कि सरकार के कड़े रवैये की वजह से नक्सलियों (Naxals) की कमर टूट चुकी है। अब इस बात प्रमाण भी मिला है। खुलासा हुआ है कि पैसों की किल्लत से जूझ रहे नक्सली अब खेती-किसानी करवा रहे हैं। इस बात का पर्दाफाश उस वक्त हुआ जब छत्तीसगढ़ (Chhattisgath) के दंतेवाड़ा जिले के बारसूर-चित्रकोट रोड से नक्सली सहयोगी को पकड़ा गया।

संतोष (Col Santosh Babu) ‘16 बिहार रेजिमेंट’ में थे और पिछले डेढ़ साल से भारत चीन सीमा पर तैनात थे। उन्होंने अपने माता-पिता से कहा था कि उन्हें जल्द ही हैदराबाद ट्रांसफर कर दिया जाएगा, लेकिन कोविड 19 से उत्पन्न स्थिति के कारण इस प्रक्रिया में देरी हुई।

रक्षा मंत्रालय के सेना मामलों के विभाग ने सर्कुलर जारी कर सभी सैनिकों और अधिकारियों को लौटने को कहा है जो लॉकडाउन के कारण या अन्य वजह से छुट्टी पर थे।

जीजाबाई एक महान देशभक्त थी, जिनके रोम-रोम में देश प्रेम की भावना प्रज्जवलित थी। इसके अलावा वे भारत की वीर छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रमाता के रुप में भी मशहूर थी।

Today History: जीजाबाई एक महान देशभक्त थी, जिनके रोम-रोम में देश प्रेम की भावना प्रज्जवलित थी। इसके अलावा वे भारत की वीर छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रमाता के रुप में भी मशहूर थी।

बिहार (Bihar) के औरंगाबाद जिले में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया। यह नक्सली जिले के संडा इलाके में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ (Encounter) में शामिल था।

बिहार (Bihar) के सासाराम जिले के यदुनाथपुर थाना क्षेत्र में यूपी-बिहार बॉर्डर पर सीआरपीएफ (CRPF)  और स्थानीय पुलिस (Police) ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। सुरक्षाबलों ने छापेमारी कर एक सिलिंडर बम और एक केन बम बरामद किया।

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