पूर्वी लद्दाख की गलवान वैली में भारत और चीन (India China) की सेना के बीच हुए खूनी संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। जिसमे एक कर्नल रैंक के ऑफिसर भी शामिल हैं। वहीं चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने की खबर है। भारतीय सेना (Indian Army) सूत्रों के अनुसार सोमवार रात गश्त करने गए भारतीय सैनिकों की चीनी सैनिकों से झड़प हो गई थी। जिसमें 3 भारतीय सैनिक शहीद हो गये थे और 17 भारतीय घायल हो गए थे। जो बाद में एलएसी पर तापमान कम होने के कारण शहीद हो गए।
At least 20 Indian soldiers killed in the violent face-off with China in Galwan valley in Eastern Ladakh. Casualty numbers could rise: Government Sources pic.twitter.com/PxePv8zGz4
— ANI (@ANI) June 16, 2020
भारत की तरफ से गए दूसरे गश्ती दल और चीनी सैनिकों के बीच अन्य झड़प में कुछ और सैनिकों के हताहत होने की जानकारी मिली। सेना (Indian Army) के अनुसार कुल 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं जबकि चीनी सूचना को इंटरसेप्ट करने से सेना को मिली जानकारी के अनुसार उनके करीब 43 सैनिक या तो मरे हैं या घायल हुए हैं।
Indian intercepts reveal that Chinese side suffered 43 casualties including dead and seriously injured in face-off in the Galwan valley: Sources confirm to ANI pic.twitter.com/xgUVYSpTzs
— ANI (@ANI) June 16, 2020
इस खूनी झड़प के बाद दिल्ली में मंगलवार सुबह से ही बैठकों का दौर जारी रहा। सुबह रक्षा मंत्री ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों की बैठक ली और फिर प्रधानमंत्री को हालात से अवगत कराया। उसके बाद रक्षा मंत्री ने अपने घर पर सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुखों व विदेश मंत्री के साथ बैठक की। फिर रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री प्रधानमंत्री से मिलने गए।
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देर रात प्रधानमंत्री ने सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक बुलाई जिसमें रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री, विदेश मंत्री और गृह मंत्री उपस्थित हुए। इस बैठक में सीमा पर उपजे हालात की समीक्षा की गई और पूरी एलएसी पर भारतीय सेना को अलर्ट कर दिया गया है, चाहे वह हिमाचल हो, उत्तराखंड हो, सिक्किम हो या फिर अरुणाचल प्रदेश।
इसके बाद रात में ही प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री और विदेश मंत्री की अलग से बैठक बुलाई। इसमें सेना प्रमुख भी उपस्थित थे। दिनभर की चर्चा के बाद देर रात भारतीय सेना (Indian Army) ने एक बयान जारी कर पुष्टि की कि भारत के 20 जवान शहीद हुए हैं। हालांकि चीन के कितने सैनिक मारे गए, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। सेना ने विश्वास दिलाया है कि भारतीय सेना देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने में सक्षम है और भारतीय सीमा पर आंच नहीं आने देगी।
Indian Army ने अपने सैनिकों की छुट्टी रद्द की
रक्षा मंत्रालय के सेना मामलों के विभाग ने सर्कुलर जारी कर सभी सैनिकों और अधिकारियों को लौटने को कहा है जो लॉकडाउन के कारण या अन्य वजह से छुट्टी पर थे। उनसे कहा गया है कि किसी भी निजी कंपनी के जहाज से वापस आकर अपनी यूनिटों को रिपोर्ट करें। वहीं, उनके टिकट का रुपए सेना वापस करेगी। अभी तक नियम है कि केवल इंडियन एयरलाइंस से ही सफर करने पर सैनिकों और अधिकारियों को रिफंड किया जाता था, लेकिन असामान्य परिस्थितियों को देखते हुए छुट्टी पर गए सहकर्मी निजी एयरलाइन्स से अपनी यूनिटों को रिपोर्ट कर सकते हैं।
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