सीडीएस बिपिन रावत की दो टूक- चीन के कंधे पर चढ़कर भारत में अशांति फैलाना चाहता है पाकिस्तान

जनरल रावत (General Bipin Rawat) के अनुसार, जम्मू कश्मीर से लोगों के संभावित पलायन को रोका जाना चाहिए। पाकिस्तान की सोच का जवाब देने के लिए खुफिया तंत्र को मजबूत किया जा रहा है।

CDS General Bipin Rawat

CDS General Bipin Rawat (File Photo)

असम की राजधानी गुवाहाटी में प्रथम रविकांत सिंह स्मृति व्याख्यान के दौरान भारत के चीफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) ने बताया कि चीन की वैश्विक ताकत हासिल करने की महत्वाकांक्षाओं के कारण दक्षिण एशिया की स्थिरता पर ‘सर्वव्यापी खतरा’ है। उनके अनुसार, चीन दक्षिण एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र में अंदर तक सेंध लगा रहा है ताकि उभरती वैश्विक महाशक्ति के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर सके।

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सीडीएस रावत (General Bipin Rawat) के अनुसार‚ हाल में हम चीन द्वारा क्षेत्र में भू–रणनीतिक स्पर्धा और भारी निवेश देख रहे हैं। म्यांमा और बांग्लादेश पर चीन की प्रतिकूल कार्रवाई भी भारत के राष्ट्रीय हित में नहीं हैं क्योंकि ये ‘भारत पर नियंत्रण’ की कोशिश हैं। इससे भारत की क्षेत्रीय अखंड़ता और रणनीतिक महत्व को खतरा हो सकता है।

सीडीएस (CDS) ने भारत–पाक संबंधों पर बताया कि पाकिस्तान का सरकार प्रायोजित आतंकवाद और सरकार से इतर तत्वों की आतंकवादी गतिविधियां दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया में अवरोधक हैं। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर पाकिस्तान और चीन के बीच साझेदारी को ‘भारत विरोधी साठगांठ’ कहा। इसमें चीन द्वारा पाकिस्तान को सैन्य उपकरण प्रदान करना और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उसका समर्थन करना शामिल है।

सीडीएस (CDS) ने बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चीन के साथ सीमा संबंधी मुद्दों को समग्रता से देखना होगा और यह लद्दाख सेक्टर या पूर्वोत्तर राज्यों से जुड़े विषय नहीं हैं। सीडीएस (CDS) रावत के अनुसार‚ ‘2020 में भारत और चीन के बीच थोड़ी दिक्कत थी। सेना से लेकर राजनीतिक स्तर तक विभिन्न स्तरों पर बातचीत के साथ मुद्दों को सुलझाया जा रहा है। पहले भी दोनों पड़ोसियों के बीच ऐसे मुद्दे उठ चुके हैं‚ लेकिन सुलझा लिये गए हैं। दोनों देशों के बीच संशय हैं और इसलिए मुद्दों के समाधान में समय लगता है।

सीडीएस  रावत (General Bipin Rawat) के अनुसार‚ क्षेत्र में चीन के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए भारत ने पड़ोसी देशों के साथ सहभागिता बढ़ा दी है। चीनियों की किसी देश में लोकप्रियता हासिल करने के लिए धनबल का इस्तेमाल करने की आदत रही है। लेकिन जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री ने आह्वान किया है‚ हम सभी के लिए सुरक्षा और प्रगति में भरोसा करते हैं। हमें अपने पड़ोसियों को बताना होगा कि हम यहां स्थायी मित्रों के रूप में हैं। रावत ने संबंधों को मजबूत करने के लिए पड़ोसी देशों के साथ सांस्कृतिक संपर्कों की संभावना खोजने की जरूरत पर जोर दिया।

रावत (General Bipin Rawat) ने देश की रक्षा तैयारियों पर कहा कि भारत के पास पर्याप्त रक्षा और सशस्त्र प्रणालियां हैं, सरकार ने सशस्त्र बलों को आपात अधिकारों का इस्तेमाल कर सशस्त्र बलों को आवश्यक शस्त्र प्राप्त करने की अनुमति दी है। जनरल रावत के अनुसार, जहां तक हमारी सुरक्षा प्रणाली में सुधार की बात है तो कोई सवाल (सरकार द्वारा) नहीं उठाया जा रहा।

जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों और असैन्य नागरिकों के खिलाफ हिंसा की हालिया घटना पर रावत (General Bipin Rawat) ने बताया कि हमारा पश्चिमी दुश्मन हमारे साथ छद्म युद्ध छेड़ रहा है। वे जम्मू कश्मीर में शांति बाधित करने के लिए कुछ भी करेंगे। जम्मू कश्मीर में हत्याएं जनता के बीच डर पैदा करने की पड़ोसी देश की कोशिश हैं। हमें ड़रना नहीं चाहिए या ऐसे जाल में नहीं फंसना चाहिए।

जनरल रावत (General Bipin Rawat) के अनुसार, जम्मू कश्मीर से लोगों के संभावित पलायन को रोका जाना चाहिए। पाकिस्तान की सोच का जवाब देने के लिए खुफिया तंत्र को मजबूत किया जा रहा है। रावत के अनुसार, घाटी के लोगों को आवाजाही की जो आजादी मिलनी शुरू हुई है वह मौजूदा हालात की वजह से बाधित हो सकती है। उन्होंने हालात से निपटने में जनता के सहयोग की बात कही।

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