India China Border Tension

रक्षा मंत्री भारत व अमेरिका के बीच वाशिंगटन डीसी में आयोजित ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता में भाग लेने के लिए यहां आए थे। इसके बाद, उन्होंने हवाई और फिर सैन फ्रांसिस्को की यात्रा की।

भारतीय टीम का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर का नये कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्या सेनगुप्ता ने किया है। वहीं चीनी सैनिकों (PLA Troops) का नेतृत्व दक्षिण शिंजियांग सैन्य जिले के चीफ मेजर जनरल यांग लिन ने किया।

पूर्वी लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश के बाद चीन अब हिमाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से सटे इलाकों में लगातार अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है।

जनरल रावत (General Bipin Rawat) के अनुसार, जम्मू कश्मीर से लोगों के संभावित पलायन को रोका जाना चाहिए। पाकिस्तान की सोच का जवाब देने के लिए खुफिया तंत्र को मजबूत किया जा रहा है।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने बातचीत के 13वें दौर में देप्सांग में तनाव कम करने पर जोर देते हुए अपना रुख पुरजोर तरीके से रखा है।

पिछले हफ्ते अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यांग्जी इलाके में दोनों सेनाओं के बीच कुछ देर के लिए तनातनी हो गई थी। जिसे मौजूदा प्रोटोकॉल के तहत दोनों पक्षों के स्थानीय कमांडरों के बीच बातचीक के बाद सुलझा लिया गया।

चीन (China) ने एक बार फिर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की हिमाकत की है। उत्तराखंड के बाराहोती के बाद अब अरुणाचल प्रदेश में चीन के करीब 200 सैनिक तिब्बत की तरफ से भारत की जमीन में घुस आए।

आर्मी चीफ (Gen MM Naravane)  ने बताया था कि हम किसी भी दुस्साहस का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और हमारी सेना ने हाल ही में इसका सबूत दे दिया है।

20 में से 8 जवानों को 15 जून को गलवान नाला में मातृभूमि की रक्षा के लिए उनके वीरतापूर्ण कार्य‚ सावधानीपूर्वक योजना और सामरिक अंतर्दृष्टि के लिए PMG से सम्मानित किया गया है।

दोनों देशों (India China) की इस बातचीत का मकसद हॉट स्प्रिंग, गोगरा और देप्सांग में सैनिकों की वापसी की दिशा में आगे बढ़ने के साथ-साथ पूरे इलाके में तनाव को कम करना है। हालांकि सैनिकों की वापसी की दिशा में कोई और प्रगति नहीं हुई।

चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एलएसी (LAC) पर वह अपनी ताकत बढ़ा रहा है। खबर आई है कि अब ड्रैगन एलएसी (LAC) पर सैनिकों के लिए स्थायी बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है।

लद्दाख (Ladakh) में भारत (India) के साथ तनाव के बीच चीन (China) के एक सीक्रेट मिशन का खुलासा हुआ है। सैटेलाइट तस्वीरों से ये बड़ी बात सामने आई है।

चीन की तमाम एजेंसियों ने बेंगलुरु की उस कंपनी को निशाना बनाया, जो कि मंत्रालय और बीएसएनएल से जुड़ी हुई है।

सेना (Indian Army) ने एक बयान में कहा, ‘‘देश उन वीर सैनिकों का हमेशा आभारी रहेगा, जिन्होंने अत्यधिक ऊंचाई वाले सबसे कठिन इलाकों में लड़ाई लड़ी और राष्ट्र की सेवा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।’’

चीन के एक रिटायर वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने सुझाव दिया कि टकराव से बचने के लिए दोनों पक्षों को विश्वास बहाली पर पूर्व में बनी सहमति पर फिर से आगे बढ़ना चाहिए और कम विवादास्पद उपायों को कार्य में लाना चाहिए।

चीन (China) उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के पास भी ऐसा ही एयरपोर्ट बना रहा है‚ जो बुरांग काउंटी में है। ये इलाका भारत–नेपाल–तिब्बत ट्राईजंक्शन के बेहद करीब है। यहां से पिथौरागढ़ महज 50 किलोमीटर की हवाई दूरी पर होगा।

गिरफ्तार चीनी नागरिक से 1 एप्पल लैपटॉप, 2 आईफोन मोबाइल, 1 बांग्लादेशी सिम, 1 भारतीय सिम, 2 चाइनीस सिम, 2 पेन ड्राइव, 3 बैटरी, 2 स्मॉल टर्च, 5 मनी ट्रांजैक्शन मशीन, 2 एटीएम कार्ड, अमेरिकी, बांग्लादेशी और भारतीय करेंसी भी बरामद हुई है।

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