छत्तीसगढ़: कोरोना के खौफ से थर्राए बस्तर बेल्ट के नक्सली, सर्दी-खांसी लक्षण वाले कैडर को कर रहे संगठन से बाहर

बस्तर में मानसून आने के बाद नमी और बरसात ने नक्सलियों (Naxali) की चिंता में भारी इजाफा कर दिया है इस बीच एक खबर यह भी है कि रायपुर से एक कारोबारी को नक्सलियों को वॉकी-टॉकी सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

Naxali

Arrested Naxali Sumitra who was fired from organization after illness.

छत्तीसगढ़ के बस्तर की शांत फिजाओं में खूनी नक्सलवाद की फसल काट रहे नक्सलियों (Naxali) की चूलें चीन में ही पैदा हुए कोरोना वायरस (Coronavirus) ने हिला कर रख दी हैं। कोरोना वायरस के डर से नक्सली अपने संगठन में उन सभी लोगों को जबरन छुट्टी पर भेज रहे हैं जिनको जरा सी भी सर्दी‚ खांसी या बुखार की शिकायत है। कोरोना के खौफ से नक्सली थर्राए हुए हैं।

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पुलिस ने सुमित्रा नाम की एक महिला नक्सली (Naxali) को जंगल में संदिग्ध घूमते हुए पकड़ा तो उसने यह पूरी कहानी बताई कि किस तरह से नक्सली कोरोना वायरस (Coronavirus) से बेइंतेहा खौफ खाए हुए हैं। नक्सली कमांडर हिडमा ने संगठन में यह आदेश जारी कर दिया है कि जिस भी कैडर को जरा सी भी बुखार‚ खांसी या सर्दी की शिकायत हो तो उसे फौरन जंगल से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए।

इसी डर की वजह से बस्तर में नक्सली (Naxali) कमांडर हिडमा ने महिला कैडर को संगठन से निकाल दिया। दरअसल जिला पुलिस विशेष बल के जवानों को सर्चिंग के दौरान मोदकपाल थाना इलाके के पेद्दाकवली जंगल में सदिग्ध परिस्थिति में एक महिला मिली। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम 32 वर्षीय सुमित्रा चंपा, मोदकपाल निवासी बताया।

सुमित्रा के रूप में पहचानी गई महिला कैडर वर्तमान में प्रतिबंधित संगठन में कंपनी नंबर 1 की पलटन नंबर 3 की सदस्य के रूप में तैनात थी। उसने अपनी आपबीती सुनाते हुए पुलिस से कहा है कि 2010 से नक्सली (Naxali) संगठन में भर्ती होकर विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए वर्तमान में बटालियन में कंपनी नम्बर 1 के प्लाटून नम्बर 3 की सक्रिय सदस्य के रूप में कार्यरत थी।

कुछ दिनों से उसे सर्दी‚ खांसी और बुखार की शिकायत थी। हिडमा को डर सताने लगा है कि ठंड और बुखार से पीड़ित महिला नक्सली कोविड़ –19 (Coronavirus) से संक्रमित हो सकती है‚ लिहाजा बटालियन कमांडर और खूंखार नक्सली हिडमा ने उसे प्रतिबंधित संगठन से निकाल दिया। उसे बस्तर रेंज के बीजापुर जिले में उसके गांव जबरन छुट्टी पर भेज दिया। चूंकि वह अपने पैतृक गांव में आराम कर रही थी‚ बस्तर पुलिस ने मुखबिरों से प्राप्त इनपुट के आधार पर उसे पकड़ लिया। महिला नक्सली को बीजापुर के एक संगरोध केंद्र में रखा गया था।

नक्सली (Naxali) सुमित्रा ने पुलिस को बताई आपबीती?

महिला नक्सली (Naxali) सुमित्रा ने बताया है कि वह अपने परिजनों के पास आने के लिए पेद्दाकवली जंगल में आकर रुकी हुई थी। उसने बताया है कि संगठन में अन्य कई नक्सली सदस्यों को भी सर्दी‚ खांसी‚ बुखार और उल्टी–दस्त की शिकायत है।

कोरोना (Coronavirus) को लेकर पूरे नक्सली (Naxali) खेमे में भारी आतंक का माहौल है और नक्सलियों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि पुलिस ने बस्तर के उन दुर्गम इलाकों में भी अपने शिविर लगा लिए हैं जहां कभी कोई घुसने की हिमाकत भी नहीं कर पाता था। इस वजह से नक्सलियों को चिकित्सा की सेवाएं भी नहीं मिल रही है।

अहम बात यह है कि बस्तर में मानसून आने के बाद नमी और बरसात ने नक्सलियों (Naxali) की चिंता में भारी इजाफा कर दिया है इस बीच एक खबर यह भी है कि रायपुर से एक कारोबारी को नक्सलियों को वॉकी-टॉकी सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस लगातार उन सफेदपोश लोगों पर दबिश दे रही है जो शहरी नेटवर्क के जरिए नक्सलियों की मदद करते हैं और उनको साजो-सामान मुहैया कराते हैं। ऐसे कई लोग पुलिस के रडार पर हैं और जल्द ही दबोच लिये जायेंगे।

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