Dexamethasone: बना ली गई COVID-19 की दवा! ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का दावा

कोरोना वायरस (COVID-19) की महामारी के इलाज के लिए दवाईयों पर रिसर्च कर रहे ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्हें एक ऐसी दवा मिली है जिससे इस खतरनाक वायरस के संक्रमण से मरीजों को बचाया जा सकता है।

Dexamethasone: शोधकर्ताओं का कहना है कि डेक्सामेथासोन(Dexamethasone) दवा कोविड-19 में कारगर साबित हो सकती है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि डेक्सामेथासोन(Dexamethasone) दवा कोविड-19 में कारगर साबित हो सकती है।

कोरोना वायरस (COVID-19) की महामारी के इलाज के लिए दवाईयों पर रिसर्च कर रहे ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्हें एक ऐसी दवा मिली है जिससे इस खतरनाक वायरस के संक्रमण से मरीजों को बचाया जा सकता है।

एक क्लीनिकल ट्रायल में खुलासा हुआ है कि COVID-19 के अस्पताल में भर्ती मरीजों को जेनेरिक स्टेरॉयड डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) की कम खुराक देने से संक्रमण के गंभीर मामलों में भी मृत्‍यु दर में एक तिहाई तक की कमी आई है। इसे कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।

यह क्‍लीनिकल ट्रायल ब्रिटेन के नेतृत्व वाले वैज्ञानिकों द्वारा किया गया। शोधकर्ताओं के अनुसार, इस ड्रग को अस्‍पताल में कोरोना वायरस की महामारी का सामना कर रहे मरीजों के लिए प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया जाना चाहिए।

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ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों की एक टीम ने डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) स्टेरॉयड की खुराक 2,000 से अधिक कोविड-19 के गंभीर मरीजों को दी। इस दवा का इस्तेमाल उन मरीजों पर किया गया जो वेंटिलेटर पर थे और उन मरीजों की मृत्यु दर 35 फीसदी तक घट गई।

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यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के मेडिसिन विभाग में उभरते संक्रामक रोग के प्रोफेसर पीटर हॉर्बी के मुताबिक, “डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) ऐसी पहली दवा है जिसके इस्तेमाल से कोविड-19 मरीजों में मृत्यु दर में कमी देखी गई। इस दवा के नतीजे बहुत उत्साहजनक हैं।”

उनके मुताबिक, “डेक्सामेथासोन एक सस्ती दवा है, आसानी से उपलब्ध है और यह दुनिया भर में जान बचाने के लिए तत्काल इस्तेमाल की जा सकती है।” हॉर्बी के अनुसार, डेक्सामेथासोन एक जेनरिक स्टेरॉयड है जिसका का आम तौर पर इस्तेमाल सूजन कम करने के लिए किया जाता है।

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क्‍लीनिकल ट्रायल का नेतृत्‍व कर रहे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मार्टिन लैंड्रे ने कहा, “यह एक परिणाम है जो दिखाता है कि अगर COVID-19 के ऐसे मरीज जो वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर हैं, को डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) दिया जाता है तो यह मरीज के जीवन को बचा सकता है। यही नहीं, यह सब अपेक्षाकृत कम खर्च में हो सकता है।”

शोध में शामिल एक और वैज्ञानिक मार्टिन लैंड्रे के मुताबिक, “यह नतीजे बताते हैं कि अगर मरीज कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित हैं और उन्हें वेंटिलेटर या ऑक्सीजन के सहारे रखा गया है और अगर उन्हें डेक्सामेथासोन की दवा दी जाती है तो जिदंगी बचाई जा सकती है।”

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ब्रिटेन के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मैट हैनकॉक ने 16 जून को कहा कि कोविड-19 (COVID-19) के मरीजों को यह दवा जल्द देनी शुरू होगी। उन्होंने कहा, “यह एक अच्छी खबर है और मैं सरकार को इसके लिए बधाई देता हूं। उन मरीजों और अस्पतालों को भी आभार जताता हूं जिन्होंने इस परीक्षण में भाग लिया।”

उन्‍होंने कहा कि ब्रिटेन ने तीन महीने पहले इस ड्रग की क्षमता को परखने के बाद व्यापक रूप से इसका स्टॉक करना शुरू कर दिया है। उन्होंने एक बयान में कहा, “क्योंकि हमने डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) की क्षमता को पहले से ही परख लिया था, ऐसे में हम मार्च से इसका स्‍टॉक कर रहे हैं।”

शोधकर्ता डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) दवा को कोविड-19 के मरीजों पर इस्तेमाल के बाद आए नतीजों को बड़ी कामयाबी बता रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह पहली बार है जब किसी ऐसी दवा का पता चला है जो कोविड-19 (COVID-19) मरीज की मृत्यु टालने में सक्षम है। हालांकि कोविड-19 के इलाज के लिए अब तक कोई स्वीकृत इलाज या टीका मौजूद नहीं है। दुनिया के एक सौ से अधिक देशों में वैज्ञानिक कोविड-19 के इलाज के टीकों पर अध्ययन कर रहे हैं।

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