Terrorists

जम्मू-कश्मीर पुलिस को 15 सितंबर को आतंकियों (Terrorists) के खिलाफ एक और कामयाबी मिली है। पुलिस के अनुसार, दक्षिण कश्मीर के अवंतिपोरा इलाके से अल बद्र संगठन के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) जिले में आतंकियों (Terrorists) ने 13 सितंबर की शाम सुरक्षाबलों की पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला (Attack) किया।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के बारामूला जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकियों (Terrorists) की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। सुरक्षाबलों ने यहां 14 सितंबर को सेना के काफिले को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों द्वारा लगाए गए विस्फोटक डिवाइस का पता लगाया।

उर्दू में लिखा गया यह पत्र हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के लेटर पैड पर लिखा गया है। पत्र में लिखा गया है हमारा अभियान पंचायत के नेताओं की हत्या से शुरू हो चुका है।

Jammu kashmir: ये आतंकी जैश ए मोहम्मद से संबंधित था और इसकी पहचान अकीब अहमद लोन के तौर पर हुई है। एक पुलिस अधिकारी ने ये जानकारी दी है।

अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इस IED को सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए छिपाया गया था। हालांकि बम निरोधक दस्ते ने इसे डिफ्यूज कर दिया है।

Jammu And Kashmir: आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार को कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों को एक बड़ी कामयाबी मिली है।

Jammu and Kashmir: एंबुलेंस का इस्तेमाल करने से आतंकी, सिक्योरिटी चेक प्वाइंट पर आसानी से बच जाते हैं। इसके बाद वह आतंकी घटनाओं को अंजाम देते हैं।

Jammu And Kashmir: इन आतंकियों से पूछताछ की जा रही है कि वह इन हथियारों को लेकर कहां से आए थे और कहां जा रहे थे। सूत्रों का कहना है कि ये आतंकी लोकल के हैं।

ये लॉन्च पैड पाकिस्तान (Pakistan) के शकरगढ़ में बना हुआ है। यहां आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग के बाद इन आतंकियों को भारत में भेजा जा रहा है।

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल को आज एक बड़ी कामयाबी मिली है। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया है।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के कुपवाड़ा (Kupwara) जिले में 7 सितंबर को सुरक्षाबलों की सक्रियता की वजह से आतंकियों के नापाक मंसूबे पर पानी फिर गया। सुरक्षाबलों ने एक बड़ा हादसा टाल दिया।

Jammu and Kashmir: सोशल मीडिया पर राजनीतिक कार्यकर्ताओं और सुरक्षाबलों की एक हिट लिस्ट जारी की गई थी, जिसके बाद राज्य में हड़कंप मच गया था।

Jammu and Kashmir: ये सभी लोग आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के लिए काम करते थे और आतंकियों को तमाम तरह से मदद पहुंचाया करते थे।

सीमा पर जवानों की मुस्तैदी की वजह से घुसपैठ में कमी आई है। इसके चलते कश्मीर में आतंकियों की संख्या कम होती जा रही है। ऐसे में आतंकी संगठन (Terrorist Organizations) स्थानीय युवाओं को आतंकवाद के रास्ते पर लाने की कोशिश में हैं।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंकियों (Terrorists) के खिलाफ सुरक्षाबल एक्शन में हैं। एनकाउंटर (Encounter) में लगातार आतंकियों का खात्मा हो रहा है।

लश्कर (Lashkar) के मददगारों ने कबूल किया है कि आतंकी रियासी जिले में आतंकवाद को फिर से बढ़ावा देने की कोशिश में लगे हैं और इसके लिए साजिश रची जा रही है।

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