JHARKHAND

झारखंड (Jharkhand) में नक्सलियों (Naxals) को लेकर बड़ी बात सामने आई है। भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर 15 लाख रुपये का इनामी बुद्धेश्वर उरांव अपनी सुरक्षा के लिए जंगलों में जगह-जगह पर ढाई-ढाई सौ ग्राम का आईईडी बम (IED Bomb) बिछा रखा है।

झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। फिर भी नक्सली अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला गुमला का है।

झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है। ताजा मामला ये है कि रांची पुलिस ने पीएलएफआई (PLFI) के शातिर नक्सली राजू गोप को गिरफ्तार किया है।

झारखंड (Jharkhand) में नक्सलियों (Naxals) को लेकर एक बड़ी बात सामने आई है। झुमरा रेंज के नक्सली सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए अमेरिकन एम 16 राइफल जैसे घातक हथियार का इस्तेमाल कर रहे हैं।

बुधवार को हुई इस मुठभेड़ में जो नक्सली (Naxalites) मारा गया है, वह नक्सली संगठन जेजेएमपी का स्वयंभू एरिया कमांडर महेश भूईयां था।

झारखंड में डीएसपी रैंक के 62 पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इससे संबंधित आदेश गृह विभाग ने मंगलवार की रात जारी कर दिया।

झारखंड (Jharkhand) हर क्षेत्र में लगातार विकास कर रहा है। महिलाओं के रोजगार को लेकर बड़ा कदम उठाते हुए झारखंड की 10 हजार लड़कियों की नौकरी के लिए एक एमओयू साइन किया गया है।

झारखंड (Jharkhand) सरकार औद्योगिक क्षेत्र में विकास के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। इसी क्रम में प्रदेश में 600 से ज्यादा बंद पडे उद्योगों (Industries) को पुनर्जीवित करने के लिए राज्य सरकार स्वतः संज्ञान लेकर सूची बना रही है।

भाकपा माओवादी के कुख्यात और खूंखार नक्सली (Naxalites) प्रशांत बोस और मिसिर बेसरा ने भी सारंडा के जंगलों में आश्रय लिया हुआ है।

नक्सली जीवन को पूरी उम्मीद थी कि यदि मुठभेड़ होती है तो ना भाग पाने के कारण उसको मार गिराया जायेगा। ऐसे में सरेंडर ही उसके लिए सबसे उपयुक्त विकल्प बच रह गया था।

चाईबासा पुलिस ने जो नक्सली (Naxalites) पकड़ा है, उसने ये बात कबूल की है कि वह छत्तीसगढ़ के बीजापुर का है। उसने बताया कि उसका नाम जयमन अरकी है।

पुलिस को सूचना मिली थी कि इस क्षेत्र में नक्सलियों (Naxalites) की चहल कदमी देखी गई है। पुलिस को नुकसान पहुंचाने के इरादे से जगह-जगह बम प्लांट किए गए हैं।

अब पर्वतपुर की फिजा बदलने लगी है। CRPF के आने से ग्रामीणों का खौफ कम हुआ है और उनमें जवानों के प्रति विश्वास बढ़ने लगा है।

नक्सलियों के खिलाफ झारखंड में कार्रवाई जा रही है। ताजा मामला ये है कि पुलिस अब नक्सलियों को मिलने वाली फंडिंग पर कड़ा प्रहार करने जा रही है।

पुलिस की कार्रवाई से भले ही पारसनाथ जोन में बड़े बड़े नक्सलियों (Naxalites) ने अपना आशियाना छोड़ दिया हो, लेकिन कृष्णा दा का दस्ता क्षेत्र में मौजूद है।

झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। नक्सली अक्सर सुरक्षाबलों के जवानों को IED के जरिए नुकसान पहुंचाते हैं।

राज्य सरकार की वेलफेयर पॉलिसी के तहत शहीद जवान दुलेश्वर परास (Martyred Duleshwar Paras) के आश्रितों को बीमा की राशि 45 लाख और 25 लाख रुपये अनुग्रह राशि दिया जायेगा

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