सांकेतिक तस्वीर
पारसनाथ जोन के कुख्यात नक्सली (Naxalites) और एक करोड़ के इनामी प्रयाग मांझी व पतिराम मांझी उर्फ अनल दा के साथ-साथ पच्चीस लाख के इनामी नक्सली अजय महतो ने भी पारसनाथ जोन छोड़ दिया है और इस समय सारंडा के जंगलों में छिपे हैं।
रांची: नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। ऐसे में नक्सलियों के बीच सुरक्षाबलों का खौफ बैठ गया है। एक समय था जब पारसनाथ का विशाल जंगल नक्सलियों को पनाह देने के लिए चर्चा में रहता था, लेकिन अब सीआरपीएफ और पुलिस की ज्वाइंट कार्रवाई की वजह से यहां के बड़े-बड़े नक्सली ये क्षेत्र छोड़ रहे हैं और सारंडा के जंगलों में शरण ले रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, पारसनाथ जोन के कुख्यात नक्सली (Naxalites) और एक करोड़ के इनामी प्रयाग मांझी व पतिराम मांझी उर्फ अनल दा के साथ-साथ पच्चीस लाख के इनामी नक्सली अजय महतो ने भी पारसनाथ जोन छोड़ दिया है और इस समय सारंडा के जंगलों में छिपे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, भाकपा माओवादी के कुख्यात और खूंखार नक्सली प्रशांत बोस और मिसिर बेसरा ने भी सारंडा के जंगलों में आश्रय लिया हुआ है।
इस क्षेत्र में बड़े नक्सलियों द्वारा आश्रय लिया जाना हैरानी की बात नहीं है क्योंकि इन नक्सलियों को कोई दूसरा आश्रय नहीं मिलने वाला है। झारखंड, उड़ीसा और बंगाल की पुलिस इन नक्सलियों को खोज रही है।
बता दें कि नक्सली एक राज्य में घटना को अंजाम देने के बाद जंगलों के रास्ते दूसरे राज्यों में घुस जाते हैं। यही वजह है कि इन्हें पकड़ने में मुश्किल आती है।
सूत्रों के मुताबिक, ये सभी नक्सली सितंबर में स्थापना दिवस के दौरान सारंडा के जंगल में जमा हुए थे। यहां उन्होंने नक्सली महिला साथियों के साथ सभा और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया था।
इस आयोजन में कुख्यात नक्सली प्रशांत बोस, मिसिर बेसरा, पति राम मांझी, प्रयाग मांझी उर्फ अनल दा के साथ-साथ अजय महतो और झारखंड, बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और बंगाल के कई कुख्यात नक्सली भी जमा हुए थे।
नक्सलियों ने इस कार्यक्रम का एक वीडियो बनाकर भी वायरल किया था। इस वीडियो में अजय महतो लोगों को संबोधित करते हुए देखा गया। कई महिला नक्सलियों ने यहां डांस भी किया।
बता दें कि झारखंड के गिरिडीह जिले में कई ऐसे नक्सली परिवार हैं, जो देशसेवा के लिए सीआरपीएफ जिला पुलिस बल एवं बीएसएफ में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं। वहीं ये नक्सली देश विरोधी कार्य को हवा देने में लगे हुए हैं।
इसकी बानगी झारखंड के गिरिडीह जिले के अति नक्सल प्रभावित पीरटांड़ में देखी जा सकती है। यहां कुख्यात नक्सली मिसिर बेसरा का भतीजा सुशील सीआरपीएफ में सेवाएं दे रहा है।
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