India China Border

चीन के सैनिकों की तैनाती बढ़ाने से दक्षिणी किनारे पर तनाव काफी बढ़ गया है। चीन की इस ताजा कार्रवाई का जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने भी अपनी तैनाती को बढ़ा दिया है।

चीनी ने कहा गया है कि वो अपनी एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ सकता है। चीन (China) की सशस्त्र सेना अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने में पूरी तरह से प्रतिबद्ध, सक्षम और आश्वस्त है।

नायब सूबेदार शमशेर अली खान (Shamsher Ali Khan) अरुणाचल प्रदेश के टेंगा में तैनात थे और 24 ग्रेनेडियर यूनिट के नायब सूबेदार थे।

कूटनीतिक मोर्चे पर भारत ने चीन (China) को पूरी दुनिया में अलग–थलग कर दिया है। अमेरिका‚ रूस‚ जापान‚ जर्मनी‚ फ्रांस‚ इस्राइल‚ दक्षिण कोरिया जैसे रणनीतिक साझेदारों के साथ लगातार बातचीत जारी है

मंत्रालय की जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसे इन मोबाइल ऐप (Chinese Apps) के गलत इस्तेमाल की शिकायत मिल रही थी। ये उपभोक्ताओं का डाटा चुराकर अवैध रूप से देश के बाहर भेज रहे थे।

चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। बीते 15 जून को हुई झड़प के बाद एक तरफ चीन जहां पर शांति और बातचीत से विवाद सुलझाने की बात करता है तो दूसरी ओर चीनी सेना लद्दाख पर नजरें गड़ाए बैठी है।

चीन का ये मिसाइल परीक्षण अमेरिकी विमानवाहकों को निशाना बनाने के लिए विकसित किया गया है जो चीन (China) के साथ संभावित संघर्ष में शामिल हो सकते हैं।

नया एयर डिफेंस कमांड (Air Defence Command) थल सेना, वायु सेना और नौसेना के एयर डिफेंस सेटअप का साझा रूप होगा। इसमें इन तीनों सेनाओं की खूबियां शामिल होंगी। इससे पूरे देश के एयर स्पेस को और मजबूत सुरक्षा दी जाएगी।

India China Border Clash: चीनी सैनिक पैंगोंग त्सो झील के पास फिंगर-5 के आसपास हैं और फिंगर 5 से फिंगर 8 तक पांच किलोमीटर से अधिक के इलाकों में ड्रैगन ने बड़ी संख्या में सैनिकों और उपकरणों को तैनात किया है।

चीनी वायुसेना (Chinese Air Force) ने हार्डेन शेल्टरों का निर्माण और रनवे की लंबाई का विस्तार किया है। साथ ही साथ ऑपरेशनों को अंजाम देने के लिए बड़ी संख्या में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की है।

चीन (China) को इस युद्धाभ्यास (Naval Exercise) से बाहर रखा गया है। साउथ चाइना पर कब्जे के लिए चीन ने एक तरफ अपने कृत्रिम द्वीपों पर फाइटर जेट तैनात किए हैं, वहीं उसकी सिमरन और युद्धपोत भी इलाके में तनाव की वजह बने हुए हैं।

शहीद बिशन सिंह (Martyr Bishan Singh) 17 कुमाउं रेजीमेंट में तैनात थे। वह मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी के माणीधामी बंगापानी के रहने वाले थे।

15 दिसंबर 1971 के दिन को गोलंदाज फौज की तीसरी बटालियन का नेतृत्व मेजर होशियार कर रहे थे। बटालियन को आदेश दिया गया कि बसंतर नदी के पार तैनाती लें।

अमेरिकी सीनेट में एक द्विदलीय प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें चीन द्वारा भारत के खिलाफ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैन्य आक्रामकता के उपयोग की निंदा करने और साथ ही एक राजनयिक समाधान का आह्वान किया गया।

ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी यूएसके के अदापा प्रसाद ने कहा‚ इन गर्मियों में जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही थी‚ चीन (China) दूसरे की जमीन पर अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहा था।

भारत के मध्यम ऊंचाई पर उड़ने वाली ड्रोनों के बेड़े में हेरोन्स (Heron Drone) सहित अधिकतर इजरायली हैं। पूर्वी लद्दाख में चीन सीमा के अग्रिम इलाकों में इन्हें सेना और एयरफोर्स ने तैनात किया है।

Indian Army Chief ने कहा कि चीन के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए आक्रामक रुख अपनाया जाए। जब तक विवाद का संतोषजनक हल नहीं आता, तब तक पूरी सतर्कता बरती जाए।

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