
फाइल फोटो।
भारत (India) के खिलाफ चीन (China) के रवैये को लेकर अमेरिका (America) भारत के साथ खड़ा हुआ है। अमेरिका के दो सीनेटरों के समूह ने 13 अगस्त को सीनेट में एक प्रस्ताव रखकर भारत के प्रति चीन (China) की आक्रामकता की आलोचना की है। अमेरिकी सीनेट में एक द्विदलीय प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें चीन द्वारा भारत के खिलाफ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैन्य आक्रामकता के उपयोग की निंदा करने और साथ ही एक राजनयिक समाधान का आह्वान किया गया।
सीनेट में बहुमत वाली पार्टी रिपब्लिकन के व्हिप सीनेटर जॉन कोर्निन और खुफिया मामलों पर सीनेट की प्रवर समिति के रैंकिंग सदस्य सीनेटर मार्क वार्नर का ये प्रस्ताव चीन (China) द्वारा पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की गतिविधियों के बाद आया है। उन्होंने इस मुद्दे के राजनियक समाधान की वकालत की है। बता दें कि कोर्निन और वार्नर सीनेट इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष हैं।
कोर्निन ने कहा, ‘सीनेट इंडिया कॉकस के सह-संस्थापक के रूप में मुझे अमेरिका और भारत के बीच मजबूत संबंधों का महत्व स्पष्ट रूप से पता है।’ सीनेटर ने आगे कहा, ‘मैं चीन के खिलाफ खड़े होने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र को स्वतंत्र बनाए रखने में भारत की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करता हूं। हमेशा के मुकाबले अब ये ज्यादा जरूरी है कि हम अपने भारतीय साझेदारों का साथ दें क्योंकि वो चीनी आक्रामकता के खिलाफ बचाव कर रहे हैं।’
इसके साथ ही चीनी ऐप्स पर भारत द्वारा लगाए गए प्रतिबंध का उल्लेख किए बिना प्रस्ताव में कहा गया कि हम भारत को चीन (China) की ओर से पैदा किए जा रहे सुरक्षा खतरों से अपने दूरसंचार बुनियादी ढांचे को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाने के लिए सराहना करते हैं और संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच रक्षा, खुफिया और आर्थिक संबंधों को गहरा करने के लिए प्रतिबद्धता चाहते हैं।
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बता दें कि गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच खूनी झड़प हुई थी। इसके बाद से भारत ने चीन (China) के खिलाफ कार्रवाई करते हुए टिक टॉक (Tik Tok) सहित कई चाइनीज ऐप्स पर देश में प्रतिबंध लगा दिया था।
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