भारत चीन सीमा विवाद: गलवान, गोगरा और हॉट स्प्रिंग एरिया से चीनी सेना का अतिक्रमण समाप्त, अब फिंगर एरिया पर होगा सारा फोकस
भारत की कोशिश है कि चीनी सेना (PLA Troops) फिंगर 12 तक लौट जाए। इसी मुद्दे पर आने वाले दिनों में कोर कमांडर स्तर की बैठक होनी है। फिंगर एरिया में चीनी सेना के पीछे चले जाने के बाद दोनों सेनाएं वेरिफिकेशन करेंगी। यह प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी।
India China Clash: पैंगोंग झील से भी पीछे हटी चीनी सेना, गोगरा पोस्ट एक-दो दिन में करेगी खाली
भारतीय सेना (Indian Army) फिंगर–4 पर संघर्ष कर रही थी कि उसने गलवान घाटी (Galwan Valley) पर मोर्चा खोल दिया और पेट्रोलिंग प्वाइंट–14 पर अपनी सेना खड़ी कर दी।
भारत चीन विवाद: गलवान घाटी-गोगरा पोस्ट से लौटी चीनी सेना, लेकिन पैंगोंग त्सो लेक और डिप्सांग पर सैकड़ों वाहन और दर्जनों नाव बरकरार
सूत्रों के अनुसार दोनों सेनाओं के बीच सबसे विवादित मुद्दा पैंगोंग त्सो झील के फिंगर-4 क्षेत्र और डेपसांग में चीनी सैनिकों का पीछे हटना नामात्र का है। पैंगोंग त्सो झील के पास चीनी सैनिक (PLA Troops) फिंगर-4 तक डेरा डाले हुए हैं, जहां उनके सैकड़ों सैन्य वाहन और दर्जनों नावें तैनात हैं।
भारत चीन विवाद: भारत की जिद के आगे झुका चीन, गलवान घाटी से अपने तंबू समेटकर वापस लौटी चीनी सेना
सेना सूत्रों के अनुसार गलवान घाटी (Galwan Valley) को वफर जोन बना दिया गया है ताकि इस क्षेत्र में दोनों सेनाओं का प्रवेश न हो सके और भविष्य में संघर्ष की आशंका न रहे। सूत्रों के मुताबिक अभी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। सैनिक पीछे हटे हैं लेकिन कितना पीछे हटे हैं यह वेरिफिकेशन के बाद कंफर्म हो पाएगा।
Has Xi overplayed his hand?
If war breaks out Chinese won't find it like 1962. Indian leadership is mentally prepared and that's the difference. Xi must understand that world has changed since last war.
Ladakh: गलवान घाटी में 2 किलोमीटर पीछे हटी चीन की सेना, सैनिकों के बीच बना बफर जोन
लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, चीन (China) ने अपने सैनिकों को गलवान घाटी (Galwan Valley) में कम से कम एक किलोमीटर पीछे किया है।
हस्तक्षेप एपिसोड नंबर 15: China को PM Modi दो टूक, हम शांति के उपासक लेकिन युद्ध के लिए तैयार
शुक्रवार को पीएम मोदी अचानक लद्दाख पहुंच गए। उनके साथ CDS जनरल बिपिन रावत भी थे। पीएम मोदी जवानों से मिले, वहां का नक्शा समझा और वहीं से चीन समेत पूरी दुनिया को दो टूक संदेश दिया
भारत ने चीन को दिया एक और बड़ा झटका- देश में हाइवे निर्माण के ठेकों से चीनी कंपनियां आउट
Nitin Gadkari ने कहा कि यदि किसी परियोजना में शामिल कंपनी की सहयोगी चीनी कंपनी है तो उसके लिए दोबारा निविदा निकाली जाएगी। गडकरी ने कहा कि सरकार घरेलू कंपनियों के लिए नियमों को आसान कर रही है ताकि वह बड़ी परियोजनाओं के लिए बोली लगा सकें।
भारत चीन विवाद: फिर बेनतीजा रही बातचीत, 2 किमी भारतीय भूभाग कब्जाने की जिद पर अड़ा चीन
चीनी पक्ष अपनी बात पर अड़ा रहा कि भारतीय सेना (Indian Army) को भी पीछे हटना होगा। उधर पाकिस्तान ने भी मौके का फायदा उठाने के लिए एलओसी (LoC) 20 हजार जवानों को गिलगित–बाल्तिस्तान में एलओसी के नजदीक तैनात किया है।
भारत सरकार के फैसले से चीन को लगी मिर्ची, चीनी सरकार ने कहा- ‘हमने किसी भारतीय की जानकारी साक्षा नहीं की’
भारत (India) सरकार के आईटी मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसे विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें मिली हैं‚ जिनमें एंड्रायड और आईओएस प्लेटफार्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल ऐप के दुरुपयोग के बारे में कई रिपोर्ट शामिल हैं।
भारत में 59 चाइनीज मोबाइल ऐप्स पर लगा बैन, TikTok की ओर से आया यह बयान..
देश में काफी समय से Boycott China मुहिम चलाई जा रही थी। इसी कड़ी में भारत सरकार ने 59 चीनी मोबाइल ऐप्स को (59 Chinese Apps Ban In India) भारत में बैन कर दिया है। इन ऐप्स में सबसे बड़ा नाम है टिकटॉक (TikTok) का।
तो उस रात गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प की ये थी वजह…
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प की वजह को लेकर पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह (VK Singh) ने नया दावा किया है। वीके सिंह का कहना है कि चीनी सैनिकों के तंबू में अचानक लगी आग से हालात बिगड़े और सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई।
केंद्र सरकार ने दिया चीन को बड़ा झटका, बिहार में चाइनीज कंपनियों से बड़ा प्रोजेक्ट छीना
लद्दाख (Ladakh) के गलवान घाटी (Galwan Valley) में हुए विवाद के बाद चीन (China) को बड़ा झटका लगा है। सरकार ने चाइनीज कंपनियों से गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सेतु के समानांतर बनाए जाने वाले महासेतु का प्रोजेक्ट छीन लिया है।
चीन से निपटने के लिए भारत ने LAC पर तैनात किया इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप, जानें क्या है इन जवानों की खासियत…
लद्दाख (Ladakh) में गलवान घाटी (Galwan Valley) में हुई हिंसक झड़प के बाद से ही भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है। इस बीच भारत ने नियंत्रण रेखा पर माउंटेन कार्प के एकीकृत बैटल ग्रुप (IBG) की तैनाती की है। आईबीजी (IBG) के जवान ऊंचे पहाड़ी इलाकों में युद्ध करने में पारंगत हैं।
भारत चीन सीमा विवाद: गलवान घाटी में बनाये कंक्रीट के पक्के ढांचे हटाने को तैयान नहीं है चीन, भारतीय सेना पूरी LaC पर तैनात
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीन द्वारा निर्मित ढांचा हटाने को लेकर मामला जस का तस अटका है। इस बीच‚ सीमा पर जितनी तैयारी चीनी सेना की है‚ उसी टक्टर में भारत ने भी पूरी तैयारी कर ली है।
चीन के बाद अब पाक की साजिश, सीमा पर तैनात भारतीय जवानों पर बड़े हमले की फिराक में BAT
यह जानना बेहद जरूरी है कि पाकिस्तान बैट (Border Action Team) आईएसआई (ISI), सेना व पाक रेंजर्स के बावजूद सरहद पर क्यों इस्तेमाल करती है? दरअसल बैट में पाकिस्तानी सेना के एनएसजी के कमांडो के अलावा कई दुर्दांत आतंकी होते हैं, जो कि सरहद पर आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए स्नाइपर राइफल से हमले करते और निशाना बना कर भाग जाते हैं।
गलवान घाटी में मारे गए अपने सैनिकों का अपमान कर रहा चीन, जवानों के परिवार में रोष
सीमा पर हमारा एक जवान भी शहीद होता है तो देश के बच्चे-बच्चे का खून खौल उठता है। सारा देश एक साथ खड़ा हो जाता है, उस सैनिक और उसके परिवार के साथ। पर, कई देश ऐसे हैं जहां के सैनिकों को यह सम्मान नसीब नहीं होता।