जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक, इस मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया है। आतंकी की अभी पहचान नहीं हो सकी है। सर्च ऑपरेशन जारी है।

अक्टूबर में शहीद जवान (kamal Dev)0 की शादी होने वाली थी, लेकिन किसने सोचा था कि उनका प्यारा बेटा कफन में लिपटकर घर आएगा।

देश में कोरोना (Coronavirus) के एक्टिव मामले 4,08,212 हैं और कुल 3,05,43,138 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। कोरोना से कुल 4,20,551 लोगों की मौत हो चुकी है।

जंगली इलाका होने की वजह से अभी इस मुठभेड़ से जुड़ी ज्यादा जानकारी सामने नहीं आ पाई है। नक्सलियों (Naxalites) से ये मुठभेड़ मिनपा और पदमगुड़ा के जंगलों में चल रही है।

नक्सलियों (Naxalites) ने लोहरदगा में पुलिस के जवानों को निशाना बनाने के लिए 2 केन बम प्लांट किए थे, लेकिन जवानों ने इन्हें डिफ्यूज कर दिया।

रमन्ना के बेटे रंजीत ने बड़े नक्सली (Naxalites) नेताओं को लेकर कई अहम बातें बताई हैं। उसने बताया है कि बाहरी नक्सलियों द्वारा स्थानीय नक्सलियों का भरपूर शोषण किया जा रहा है।

आतंकियों (Terrorists) ने सोपोर में ग्रेनेड हमला किया है। हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है।

वह (Chandrashekhar Azad) अंग्रेजों से देश की स्वतंत्रता के लिए आखिरी दम तक लड़ते रहे और शहादत पाई। उनका कहना था कि मैं आजाद हूं, दुश्मन की गोलियों का सामना हम करेंगे।

झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। इस बीच खबर मिली है कि नक्सली कमांडर कृष्णा हांसदा पुलिस को चकमा देकर एक बार फिर भाग निकला है।

बुधवार को पुलिस ने भाकपा माओवादी के नक्सली (Naxalites) नवीन कुमार यादव उर्फ पप्पू यादव को गिरफ्तार किया है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है।एक लाख के इनामी नक्सली कमांडर सुदरूराम उर्फ दूला ने सरेंडर कर दिया है।

मामला छत्तीसगढ़ के रायपुर के नक्सली क्षेत्र का है। यहां रविवार को BSF के जवान जितेंद्र सिंह शेखावत (Jitendra Singh Shekhawat) की सर्च ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई।

हयात सिंह (Hayat Singh Mehar) मणिपुर में शहीद हुए थे और मूल रूप से खटीमा के झनकट के निवासी थे। उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक है और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

एक दौर में यहां नक्सलियों (Naxalites) का जमावड़ा लगा रहता था, लेकिन सुरक्षाबलों की दबिश के बाद से यहां नक्सलियों का आना-जाना बंद हो गया।

बदमाशों ने भोला दास को 3 गोलियां मारीं। मिली जानकारी के मुताबिक, नक्सली (Naxalite) गतिविधियां छोड़ देने के बाद भोला दास गांव के मंदिर में रहा करता था।

Cybercrime: हम बात कर रहे हैं इंटरनेट पर चल रहे ब्लैकमेलिंग के धंधे की, जिसका शिकार युवा वर्ग हो रहा है और वह बदनामी के डर से पुलिस के पास नहीं जाता।

झारखंड के नक्सली (Naxalites), बिहार के मात खा चुके नक्सलियों को नई ताकत देने के लिए ऐसा कर रहे हैं, जिससे नक्सल मूवमेंट पर कोई असर नहीं पड़े।

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