साइबर क्राइम: इंटरनेट पर चल रहा ब्लैकमेलिंग का गोरखधंधा, युवाओं को डराकर की जा रही ठगी

Cybercrime: हम बात कर रहे हैं इंटरनेट पर चल रहे ब्लैकमेलिंग के धंधे की, जिसका शिकार युवा वर्ग हो रहा है और वह बदनामी के डर से पुलिस के पास नहीं जाता।

Cybercrime

सांकेतिक तस्वीर

Cybercrime: ब्लैकमेलरों द्वारा युवाओं को यह कहकर डराया-धमकाया जाता है कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो उनकी व्हाट्सऐप चैट को वायरल कर दिया जाएगा, या उनकी कॉल रिकॉर्डिंग को उनके घरवालों को सुना दिया जाएगा।

नई दिल्ली: इंटरनेट ने हमारी जिंदगी को जितना आसान बनाया है, उतनी ही मुश्किलें भी पैदा कर दी हैं। अक्सर हमें ऐसे क्राइम के बारे में सुनने को मिलता है, जो इंटरनेट के माध्यम से किए जाते हैं। इन्हें साइबर क्राइम कहा जाता है।

इस तरह के क्राइम में फ्रॉड, ब्लैकमेलिंग, आतंकवाद को बढ़ावा देना, चाइल्ड पोर्नोग्राफी फैलाना, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी, मानव तस्करी, पहचान की चोरी और ऑनलाइन बदनामी के बदले पैसे ऐंठना जैसी कई चीजें शामिल हैं।

हालही में मुंबई पुलिस द्वारा अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा को गिरफ्तार करने का मामला सामने आया था। उन पर पोर्नोग्राफी से जुड़े वीडियो बनाने का आरोप है, जिसके जरिए मोटी कमाई होती थी।

इस बात से ये साफ है कि इंटरनेट पर जहां भी सेक्स बेचा जा रहा है, वहां मोटी कमाई है। कुछ लोग पॉर्न वीडियो बनाकर पैसे कमा रहे हैं और कुछ लोग सेक्स उपलब्ध करवाने के बदले कमाई कर रहे हैं। लेकिन यहां एक और कैटेगरी के लोग हैं, जो ना ही पॉर्न बेच रहे हैं, और ना ही सेक्स उपलब्ध करवाते हैं, बल्कि ये लोग सेक्स के नाम पर ब्लैकमेलिंग करते हैं और उससे मोटी कमाई करते हैं।

हम बात कर रहे हैं इंटरनेट पर चल रहे ब्लैकमेलिंग के धंधे की, जिसका शिकार युवा वर्ग ज्यादा हो रहा है और बदनामी के डर से वह पुलिस के पास जाने से भी डरता है।

Coronavirus: भारत में बीते 24 घंटे में आए 41,383 नए केस, दिल्ली में 4 मरीजों की मौत

दरअसल इंटरनेट पर पॉर्न और सेमी पॉर्न कंटेंट भारी मात्रा में उपलब्ध है, जिसे देखकर युवा भटक जाते हैं। इंटरनेट पर कई साइटों पर लाइव सेक्स बेचने और लाइव वीडियो चैट के ऑप्शन दिखाई देते हैं। यहीं से युवा वर्ग इन ब्लैकमेलर्स के चंगुल में फंसना शुरू हो जाता है।

युवा इंटरनेट पर मौजूद नंबरों पर कॉल करते हैं, या मैसेज करते हैं, जिससे उन्हें सेक्स उपलब्ध हो सके। लेकिन वो ये नहीं जानते कि इंटरनेट पर बैठी ब्लैकमेलर्स की फौज बस इसी बात का इंतजार कर रही थी।

युवाओं द्वारा की गई फोनकॉल को ब्लैकमेलरों द्वारा रिकॉर्ड कर लिया जाता है और उनकी व्हाट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट ले लिए जाते हैं। इसके बाद शुरू होता है, युवाओं से पैसे ऐंठने का सिलसिला।

ब्लैकमेलरों द्वारा युवाओं को यह कहकर डराया-धमकाया जाता है कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो उनकी व्हाट्सऐप चैट को वायरल कर दिया जाएगा, या उनकी कॉल रिकॉर्डिंग को उनके घरवालों को सुना दिया जाएगा।

ये ब्लैकमेलर इंटरनेट और टेक्नालॉजी की गहरी नॉलेज रखते हैं, और जैसे ही आपका मोबाइल नंबर उनके पास पहुंचता है, वे उसके जरिए आपकी सारी जानकारी निकाल लेते हैं। जैसेकि आपके फेसबुक पर कौन-कौन जुड़ा है, या आपके मोबाइल फोन में किसके नंबर सेव हैं! ब्लैकमेलर्स की बातों से युवा डर जाते हैं और उन्हें पैसे देने को राजी हो जाते हैं।

इसी तरह ये ब्लैकमेलिंग का धंधा इंटरनेट पर तेजी से बढ़ रहा है। बदनामी के डर से युवा, पुलिस के पास नहीं जाते, जिसका फायदा ब्लैकमेलर्स उठाते हैं।

साइबर क्राइम के तहत आने वाले इन अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है, साथ ही इस बात की भी जरूरत है कि आम जनता को इस बारे में जागरुक किया जाए कि इंटरनेट पर अगर अच्छे लोग मौजूद हैं तो बुरे लोग भी हैं, इसलिए सोच-समझकर ही इंटरनेट का इस्तेमाल करें और अपने आप को ब्लैकमेलर्स के चंगुल में फंसने से बचाएं।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें