Uttarakhand

मूल रूप से राजस्थान के हनुमानगढ़ निवासी सुनील के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) के 420, 419 और 140 धाराओं में मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

हयात सिंह (Hayat Singh Mehar) मणिपुर में शहीद हुए थे और मूल रूप से खटीमा के झनकट के निवासी थे। उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक है और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

उत्तराखंड के वीर जवान बृजेश की शहादत की खबर जैसे ही उनके घर पहुंची, तो कोहराम मच गया। हर शख्स शहीद के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर लेना चाहता था।

चंपावत (Champawat) जिले में स्वाला नाम का एक गांव है। इस गांव को लोग भुतहा गांव (Horror Gaon) कहते हैं। यहां के लोगों की मान्यता है कि यहां सेना के 8 जवानों के भूत रहते हैं।

उत्तराखंड के चंपावत (Champawat) जिले में स्वाला नाम का एक गांव है। इस गांव को लोग भुतहा गांव कहते हैं। यहां सेना के 8 जवानों के भूत रहते हैं।

उत्तराखंड (Uttarakhand) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप जारी है। रोज सैकड़ों मरीज सामने आ रहे हैं। वहीं, हरिद्वार में हो रहे कुंभ के दौरान कोरोना केसों में तेजी आ रही है।

तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) उत्तराखंड (Uttarakhand) के नए मुख्यमंत्री होंगे। देहरादून में विधायक दल की बैठक में उन्हें नया नेता चुना गया। तीरथ सिंह रावत गढ़वाल से सांसद हैं।

उत्तराखंड के चमोली (Chamoli) में 7 फरवरी को ग्लेशियर टूटने की वजह से हुई भीषण तबाही के नतीजे अभी तक सामने आ रहे हैं। अब तक 43 लोगों की मौत हुई।

Uttarakhand Glacier Burst: उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) में 7 फरवरी को ग्लेशियर टूटने से तबाही मची हुई है। ग्लेशियर टूटने से प्लांट, बांध, पुलों को नुकसान पहुंचा और सैकड़ों लोग बह गए।

उत्तराखंड के चमोली जिले से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां रविवार को ग्लेशियर (Glacier) टूट गया है। 150 लोगों की मौत की आशंका है।

कोरोना (Coronavirus) संक्रमण से जूझ रहे उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra Singh Rawat) को दिल्ली के एम्स के लिए रेफर किया गया है। उनके साथ उनकी पत्नी और बेटी भी साथ गई हैं।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, आज मैंने कोरोना टेस्ट करवाया था और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेरी तबीयत ठीक है और लक्षण भी नहीं हैं।

उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले के देवाल ब्लॉक का घेस गांव विकास की नई इबारत लिख रहा है। गांव के लोग तरक्की की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। परंपरागत खेती करने वाले गांव वालों ने अब अपना पूरा ध्यान औषधीय पोधों की खेती पर लगा लिया है।

ITBP की पर्वतारोही टीम ने कोरोना काल में एक कारनामा कर दिखाया है। इस टीम ने उत्तराखंड में गंगोत्री द्वितीय शिखर (21,615 फीट) पर चढ़ाई पूरी की है।

Bindukhatta: इस गांव को मिनी उत्तराखंड के नाम से भी जाना जाता है और यहां की कुल आबादी करीब 1 लाख है। अशोक चक्र विजेता मोहन नाथ गोस्वामी इसी गांव के थे।

नेगी जनवरी में LoC पर हुए हिमस्खलन का शिकार हो गए थे। इसके बाद से ही उनकी खोज जारी थी लेकिन जब सेना को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी तो सेना ने उन्हें शहीद घोषित कर दिया।

अक्षय पालमपुर के पास कंडबाड़ी क्षेत्र के स्पैडू के रहने वाले थे। वह सिर्फ 23 साल के थे। पिछले चार सालों से अक्षय सेना में थे। अक्षय ने शुरू से ही भारतीय सेना में जाने का मन बना लिया था। सेना में जाना उनका बचपन का ख़्वाब था।

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